लखनऊ ! केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ जिले के कुंडा क्षेत्र में सीओ के पद पर तैनात रहे पुलिस उपाधीक्षक जिया उल हक की हत्या के मामले में गुरुवार को पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैजा के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया। हत्या का मामला दर्ज होने के बाद अब राजा भैया की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। आने वाले दिनों में सीबीआई उनसे पूछताछ कर सकती है।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक सीबीआई के दिल्ली मुख्यालय में जांच एजेन्सी ने कुंडा की घटना पर चार प्राथमिकी दर्ज कीं।
सीओ की परिजनों की मांग पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विगत सोमवार को मामले की जांच सीबीआई से कराने का अनुरोध केंद्र को भेजा था।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक जो चार प्राथमिकी दर्ज की गई हैं उसमें सीओ, ग्राम प्रधान नन्हें यादव और उनके भाई रमेश यादव की हत्या तथा वलीगांव में हुई हिंसा का मामला है। उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा भी यही चार मामले दर्ज किए गए थे।
सीबीआई ने सीओ की हत्या वाली प्राथमिकी (एफआईआर)में राजा भैया पर हत्या और आपराधिक साजिश की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। चार अन्य लोग भी गुलशन यादव, गुड्डू सिंह, रोहित सिंह और हरिओम श्रीवास्तव इस एफआईआर में नामजद किए गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई की दस सदस्यीय टीम आज देर रात को दिल्ली से कुंडा के लिए रवाना होगी और शुक्रवार सुबह घटनास्थल (वलीपुर गांव) पहुंचकर अपनी जांच शुरू कर देगी।
सीबीआई के दिल्ली मुख्यालय के निर्देश पर लखनऊ स्थित सीबीआई के क्षेत्रीय कार्यालय ने कुंडा की घटना से सबंधित तथ्य व अखबारों में छपी रिपोर्ट संकलित कर ली है।
गौरतलब है कि कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार को दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी में गांव के प्रधान नन्हें और उनके भाई की मौत हो गई थी। घटना के बाद आक्रोशित भीड़ को नियंत्रित करने पहुंचे कुंडा के सीओ जिया उल हक की भी हिंसा के दौरान भीड़ ने हत्या कर दी थी।