मुरैना। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के मुरैना पुलिस ने आज एक स्कूली छात्र को राजस्थान के डकैतों की पकड़ से छुड़ाने का दावा किया है। हालांकि इस अपहरण को करने वाले बदमाश पुलिस की पकड़ में नहीं आए हैं। लड़के का अपहरण 27 अक्टूबर को बदमाशों ने उस समय कर लिया था, जब वह कोचिंग से पढ़कर घर लौट रहा था।
27 अक्टूबर को मुरैना के एक शिक्षक जगदीश राठौर के 15 वर्षीय बेटे विकास का अपहरण उस समय कर लिया था, जब वह कोचिंग से लौट रहा था। इसके बाद पुलिस के साथ परिजन विकास को तलाशते रहे। अपहरण के बाद विकास के परिजनों के पास बदमाशों का फोन भी पहुंचा और उन्होंने रिहाई के एवज में पहले करीब 1 करोड रुपए की रकम मांगी। फिरौती की रकम का फोन आने के बाद विकास के परिजन चुप रहने लगे। इस बीच पुलिस ने हर उस स्थान पर विकास को तलाशा, जहां वह हो सकता था। कुछ बदमाशों को उठाकर भी पूछताछ की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। उधर विकास के शिक्षक पिता जगदीश भी परेशान था कि वे बेटे को घर कैसे वापस लाएं। विकास के पिता जगदीश ने अपहरणकर्ताओं से निवेदन किया कि उसके पास सब कुछ बेच देने के बाद भी एक करोड रुपए की राशि एकत्रित नहीं हो सकती। कई दिनों के बाद फिरौती की राशि 30 लाख रुपए रह गई। फिर जगदीश ने अपने रिश्तेदारों से मिलकर राशि एकत्रित की। हालांकि जगदीश अब कुछ भी नहीं बोल रहे है। फिरौती की रकम के बारे में वह चुप रह जाते है और कहते है मेरा बेटा घर वापस आ गया ये मेरे लिए खुशी की बात है।
सीएसपी सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि आज दोपहर को मुरैना पुलिस को सूचना मिली कि राजस्थान के धौलपुर जिले के बाड़ी कस्बे के पास से विकास को बदमाशों से चंगुल से छुड़ा लिया गया है। बताया जा रहा है कि विकास का अपहरण किसी गुर्जर गिरोह ने किया था। इस रिहाई में पुलिस उन बदमाशों को पकड़ नहीं पाई, जिन्होंने विकास का अपहरण किया था। अब पुलिस रिहा हुए विकास को मुरैना ला रही है।
हालांकि यह बात भी सामने आई है कि परिजनों ने विकास की रिहाई के लिए बदमाशों को लाखों रुपए बतौर फिरौती दिए हैं, लेकिन वे यह बात मानने को तैयार नहीं है। विकास के पिता जगदीश राठौर उसी दिन से भगवान के आगे अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित करके बैठे रहे, जब तक उसकी रिहाई की खबर नहीं मिल गई।
विकास का अपहरण मुरैना के स्थानीय बदमाशों ने किया था और उसे फिर धौलपुर ले जाकर डकैतों को सौंप दिया । इसके बाद डकैतों ने विकास की रिहाई के एवज में मोटी रकम मांगी। विकास की रिहाई के बाद पुलिस यही दावा कर रही है कि बाड़ी के जंगल में मुठभेड़ होने पर बदमाश विकास को छोड़कर चले गए। अब पुलिस जल्दी ही बदमाशों को गिरफ्तार भी कर लेगी। लेकिन सूत्रों का कहना है कि विकास को डकैतों के चंगुल से बडी रकम की फिरौती दी गई है।