मुंबई। साल 2020 में कोरोना महामारी ने जमकर कहर बरपाया, लेकिन नया साल नई उम्मीदें लेकर आया। एक ओर जहां कोरोना वायरस की दो वैक्सीन तो आईं ही, साथ ही रोजाना के केस भी काफी हद तक कम हुए। इस वजह से बड़ी संख्या में लोग अब लापरवाही बरतने लगे हैं, जिस वजह से देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में केस बढ़ रहे। मामले की गंभीरता को देखते हुए बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने भी लोगों के लिए चेतावनी जारी की है। साथ ही नियमों का पालन ना करने पर कड़े एक्शन की बात कही है।
बीएमसी के अतिरिक्त नगर आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा कि उनकी टीम कोरोना के बढ़ रहे मामलों की समीक्षा कर रही है। अगर मामले ऐसे बढ़ते रहे और लोगों ने नियमों की अनदेखी की तो 10 दिनों के अंदर कड़ा कदम उठाने में बीएमसी संकोच नहीं करेगा। बीएमसी ने मैत्री पार्क सोसाइटी को एक पत्र भी लिखा है। जिसमें साफ निर्देश दिए गए हैं कि बाहरी लोगों के प्रवेश को प्रतिबंधित किया जाए। साथ ही थर्मल स्क्रीनिंग के अलावा अन्य जरूरी उपाय लागू हों। इसके अलावा अगर कोई शख्स कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है, तो उसे कम से कम 14 दिनों तक क्वारंटीन किया जाए। 16 फरवरी को राज्य में कुल 3663 नए कोरोना केस दर्ज किए गए, जबकि 39 मरीजों की मौत हुई है। राजधानी मुंबई में भी मंगलवार को 462 केस सामने आए। इसके अलावा तीन मरीजों की मौत हुई। ऐसे में अब वहां पर कुल मामलों की संख्या 20,71,306 हो गई है, जिसमें 51,591 की मौत हुई, जबकि 19,81,408 ठीक हो चुके हैं।
मेयर ने भी दिए लॉकडाउन के संकेत बीएमसी की मेयर किशोरी पेडनेकर ने दोबारा लॉकडाउन के संकेत दिए हैं। उनका साफ कहना है कि अगर मुंबई में लोग कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं करते हैं तो फिर से लॉकडाउन लागू हो सकता है। वहीं रविवार को डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा था कि अगर दोबारा से हालात बिगड़ते हैं, तो जनता को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।