नेपाल, बांग्लादेश और पाकिस्तान भी हमसे महंग 112 देशों में रहने और रिटायर होने के मामले में सबसे सस्ते देशों में भारत दूसरे स्थान पर है। अमेरिकी संस्था गोबैंकिंगरेट्स के ताजा सर्वे में यह दावा किया गया है। इसमें दक्षिण अफ्रीका का पहला स्थान है।
चार मापदंडों के आधार पर हुए इस सर्वे में स्थानीय क्रय शक्ति सूचकांक, मकान किराया सूचकांक, सामान सूचकांक और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक शामिल हैं। सभी देशों की तुलना इन मापदंडों पर न्यूयॉर्क से की गई है। भारत अपने पड़ोसी देशों में भी सबसे सस्ता है। वहीं सबसे महंगा देश 112वीं रैंक के साथ बरमूडा है। 111वीं रैंक बहामास और 110वीं रैंक हांगकांग की है।
न्यूयॉर्क से तुलना
संस्था ने प्रत्येक देश के स्थानीय क्रय शक्ति सूचकांक, मकान का किराया, खाद्य वस्तुओं और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक की तुलना अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर से की है। इसी आधार पर प्रत्येक देश की रैंकिंग की गई है। इनमें सबसे सस्ते 50 देशों में मकान का किराया न्यूयॉर्क की तुलना में 70 फीसद, खाद्य पदार्थ 40 फीसद तक सस्ते और वस्तुओं व सेवाओं की दर 30 फीसद तक सस्ती है।
भारत की स्थिति
सबसे सस्ते 50 शहरों में भारत की जनसंख्या (1.25 अरब) सर्वाधिक। देश में टेक्सटाइल्स, केमिकल्स और फूड प्रोसेसिंग प्रमुख उद्योगों में से हैं। बड़े शहरों में किए गए सर्वे के आधार पर यहां स्थानीय क्रय शक्ति अधिक है। देश में वस्तुओं और खाद्य सामग्रियों की दर कम हैं। मसलन कोलकाता में एक व्यक्ति 285 डॉलर प्रतिमाह (करीब 18 हजार रुपये) के खर्च पर रह लेता है।
पड़ोसी देशों से भी सस्ता भारत
भारत अपने पड़ोसी देशों से भी सस्ता है। सूची में पाकिस्तान की रैंक 14 है। वहां के शहर लाहौर में व्यक्ति के एक महीने का खर्च 530 डॉलर है। नेपाल की रैंक 28 है। वहीं बांग्लादेश की रैंक 40 है। नेपाल में मकान किराया सूचकांक सबसे कम है। दूसरे स्थान पर भारत है।
सबसे सस्ता दक्षिण अफ्रीका
दक्षिण अफ्रीका में स्थानीय क्रय शक्ति अधिक है और वस्तुओं व सेवाओं की दर कम है। सबसे बड़े शहर केपटाउन में प्रति व्यक्ति प्रति माह खर्च चार सौ डॉलर से भी कम है।