भारत के रसोई गैस उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खबर है। अगला रसोई गैस सिलेंडर उन्हें तभी मिलेगा जब वह डिलीवरी बॉय को रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त OTP- वन टाइम पासवर्ड बताएंगे। पेट्रोलियम मंत्रालय के निर्देश अनुसार यह बदलाव जल्द होने जा रहा है। हालांकि, फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि इस नियम को कब से सख्ती से लागू किया जाएगा। उत्तराखंड में तो इस नियम का विरोध भी हो रहा है क्योंकि यहां यह नियम इस महीने से लागू हो सकता है।
इसके तहत ग्राहक द्वारा LPG Cylinder बुक करने के बाद एजेंसी संचालक द्वारा उपभोक्ता की रसीद प्रिंट करते ही एक OTP नंबर उपभोक्ता के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर चला जाएगा। जब सिलेंडर की डिलेवरी के लिए डिलेवरी बॉय आएगा तो उसे अपने फोन पर कंपनी के एप्लीकेशन में यह ओटीपी भरना होगा। इसके बाद ही गैस की डिलीवरी की जाएगी।
गैस कंपनियों का मानना है कि यह नियम गैस की कालाबाजारी पर रोक लगाएगा। ऐसे में जिन उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर गैस कनेक्शन में अपडेट नहीं हैं, उन्हें नंबर अपडेट कराना होगा। कहा यह भी जा रहा है कि अगर ओटीपी ना हो तो ग्राहक अपना आधार कार्ड दिखाकर भी डिलेवरी ले सकते हैं
पेट्रोलियम मंत्रालय ने गैस बुकिंग से लेकर पेमेंट तक सभी काम डिजीटल करने के निर्देश जारी किए हैं। उज्ज्वला उपभोक्ताओं को मिल रही मुफ्त गैस में यह नियम पहले से लागू है। ऐसे में इसे आम लोगों के लिए लागू करने पर गैस सिलेंडर की कालाबाजारी पर भी रोक लगेगी। साथ ही लोगों को सही डिलेवरी भी मिल सकेगी। हालांकि, एजेंसी संचालकों को कहना है कि इससे उन लोगों को सिलेंडर लेने में परेशानी आएगी जिनका नंबर रजिस्टर्ड नहीं है।