राजधानी के डाकघरों में अचानक रक्षाबंधन के पत्रों की बाढ़ आ गई है। हर डाकघर में लाख-पचास हजार पत्र पहुंचे हैं। पूरा अमला पत्रों की छंटाई में लगा है। काउंटर के बाहर राखी के लिफाफे पोस्ट करने वालों की लंबी कतार है, जो कम होने का नाम ही नहीं ले रही।

ऐसी स्थिति में सामांजस्य बनाने में डाककर्मियों का पसीना छूट रहा है। दरअसल, शासन ने दो दिन पहले पूरे प्रदेश के लिए एक साथ 65 लाख पत्रों के लिफाफे डाक विभाग को थमा दिए हैं। यह पत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बहनों के लिए पोस्ट करवाए हैं, जो रक्षाबंधन पर्व से पहले बहनों तक पहुंचाए जाने हैं।

भोपाल में 20 लाख पत्र डाकिए बाटेंगे। इसी बीच विभाग पर बहनों की राखियां भी भाईयों तक पहुंचाने का दबाव है। राखियां पोस्ट करने के लिए डाकघरों में सुबह से रात 8 बजे लोगों की कतार लग रही है, डाकघर कर्मचारी राखियों के लिफाफे जमा नहीं कर पा रहे हैं।

पत्रों और राखियों के ढेर को व्यवस्थित करने में एमपी नगर स्थित मुख्य डाक भवन में गुरुवार को पूरा स्टॉफ सुबह से जुटा हुआ था। शासन द्वारा सारी औपचारिकताओं के साथ लिफाफे भेजे गए हैं, लेकिन पतों के हिसाब से लिफामें छांटने और उन पर सील लगाने में डाक विभाग को भारी मशक्कत करना पड़ रही है। हालांकि विभाग ने इस काम में अपनी सर्किल शाखा के कर्मचारियों को भी लगा रखा है, लेकिन काउंटर पर राखियों के लिफाफे जमा करने के लिए फिर भी कर्मचारी कम पड़ रहे हैं। इस वजह से डाकघर में एक काउंटर पर ही राखियां जमा की जा रही थीं, लोगों को अपनी बारी आने के लिए घंटो इंतजार करना पड़ रहा था। उनकी मजबूरी यह थी कि त्यौहार में दो दिन ही शेष हैं, ऐसे में आज राखी पोस्ट नहीं हुई तो रक्षाबंधन तक राखी पहुंचना मुश्किल था। हालांकि डाक विभाग का दावा है कि इस विपरीत परिस्थिति में भी रक्षाबंधन से पहले सभी लिफाफे संबंधितों तक पहुंचा दिए जाएंगे।

पत्र में बधाई के साथ उपलब्धियों का उल्लेख

मुख्यमंत्री ने अपने भावनात्मक पत्र में बहनों और भांजियों को रक्षाबंधन की शुभकामनाओं के साथ अपने 13 साल के कार्यकाल की उपलब्धियों का भी उल्लेख किया है। उन्होंने इस माध्यम से अगले कार्यकाल के लिए 5 साल का समर्थन मांगा है। पत्र में सीएम ने लिखा है कि आने वाले 5 सालों में अपनी बहनों, भांजियों और बेटियों के लिए अधिक सुरक्षित, सम्मानित और खुशहाल वातावरण बनाकर उनकी आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करना ही मेरे जीवन का लक्ष्य है। एक फोन नंबर भी दे रहा हूं। इस पत्र के पहुंचते ही यह समझ लेना कि आपका भाई आपके दरवाजे पर आ गया है। आप मुझे इस नंबर पर मिस्ड कॉल, मैसेज या व्हॉट्सएप कर लिफाफा मिलने की सूचना जरूर दें।

राखियां और पत्र दोनों पर्व से पहले पहुंचेंगे

शासन की ओर से प्रदेश भर के लिए मुख्यमंत्री के 65 लाख पत्र आए हैं। यह पत्र बहनों के लिए रक्षाबंधन पर शुभकामना संदेश के हैं। जिन्हें रक्षाबंधन से पहले पहुंचाना हैं। वहीं बड़ी संख्या में राखियां भी लोगों द्वारा पोस्ट की जा रही हैं। हमारा लक्ष्य राखी व पत्र दोनों ही पर्व से पहले संबंधितों तक पहुंचाने का है, जिसे विभाग हर हाल में पहुंचाएगा – डॉ. एस शिवराम, निदेशक, मेल एंड मार्केटिंग डाक परिमंडल मप्र

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