ग्वालियर। भिण्ड जिले के ऊमरी थाना क्षेत्र के ग्राम लहरौली निवासी एक 18 वर्षीय युवती का अपहरण कर उसे जंगल में ले जाकर उसके साथ पूरी रात दो युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया उसके बाद युवती के गुप्तांग व शरीर के दूसरे हिस्सों पर एसिड डालकर जला दिया। युवती को गंभीर अवस्था में भिण्ड के शासकीय जिला चिकित्सालय में दाखिल कराया गया था। जिन्दगी और मौत से जूझ रही युवती के बयान देने न्यायालय तक नहीं पहुंच पाने के कारण कल देर शाम कोर्ट खुद चलकर भिण्ड के शासकीय जिला चिकित्सालय पहुंचा और पीडित युवती के बयान दर्ज किए।
ग्राम लहरौली निवासी एक 18 वर्षीय युवती 30 दिसंबर की रात्रि को अपने घर के पिछवाडे शौच के लिए गई थी तभी गांव के ही दो युवक धमते राजावत व मुनेश राजावत उसके मुॅह में कपडा ठूस कर अपहरण कर ले गए थे। युवती को गांव से 2 किलोमीटर दूर बीहड में ले जाकर उसके साथ पूरी रात सामूहिक दुष्कर्म किया और बाद में मारने के उद्ेश्य से उसके गुप्तांक व शरीर के अन्य हिस्सों पर एसिड डालकर जला दिया था। 31 दिसंबर की सुवह अचेत अवस्था में युवती बीहड में मिली तब उसे गंभीर अवस्था में भिण्ड के शासकीय जिला चिकित्सालय में दाखिल कराया गया। 5 दिन से युवती जिन्दगी और मौत से जूझ रही है। पीडित युवती के भिण्ड न्यायालय में बयान दर्ज होने थे, लेकिन उसकी हालत ठीक नहीं होने के कारण वह न्यायालय बयान दर्ज कराने नहीं जा पाने को लेकर जिला अभियोजन अधिकारी प्रवीण दीक्षित ने भिण्ड जिला न्यायालय के मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी समीर कुलश्रेष्ठ के न्यायालय में धारा 164 में बयान दर्ज कराने का आवेदन दिया। जिस पर सीजेएम समीर कुलश्रेष्ठ ने महिला न्यायाधीश जेएमएफसी शिल्पा तिवारी को पीडित युवती के बयान भिण्ड जिला चिकित्सालय में जाकर लेने के निर्देश दिए।
सामूहिक गैंगरेप के दोनों आरोपी धमते और मुनेश राजावत को गिरतार कर जेल भेज दिया है। पुलिस के अधिकारी व एफएसएल अधिकारी मौके पर दो बार जांच कर आए हैं, लेकिन मौके पर एसिड नहीं मिलने से पीडिता द्वारा बताई कहानी से पुलिस हैरान हैं। मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। उधर गैंगरेप का एक आरोपी धमते के पिता शिवसागर राजावत ने पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन को आवेदन देकर पीडित युवती के परिजनों पर आरोप लगाया है कि उसके बेटे को चुनावी रंजिश को लेकर झूठा फंसाया गया है। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने बताया कि पीडित युवती को लेकर पुलिस संवेदनशील है। घटना स्थल का दो बार निरीक्षण किया गया है, लेकिन मौके पर एसिड नहीं मिलने से पूरे मामले की बारीकी से जांच की जा रही है।