दतिया। मध्यप्रदेष के चंबल संभाग के दतिया में घर के पास नाली के विवाद पर 12 दिन पहले एक युवक को कुल्हाड़ी से घायल कर दिया था। इसके बाद जब इलाज कराकर घर वापस लौटा तो घर में सोते समय ही बंदूक से गोली मार दी। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
सिविल लाइन थाने के टीआई नरेन्द्र षर्मा ने आज यहां बताया कि ग्राम झडिया निवासी हत्या के आरोपी राजू और मृतक आनंद अहिरवार 35 वर्श के बीच बारिश का पानी घर के सामने से निकालने का विवाद चल रहा था। आरोपी ने 12 दिन पहले भी कुल्हाड़ी मारकर आनंद की जान लेने की कोशिश की थी, गंभीर रुप से घायल हुए आनंद इलाज कराने के बाद वह बच गया, और तीन दिन पहले हमले की रिपोर्ट थाने में दर्ज करा दी थी। आनंद के रिपोर्ट लिखवाने से आरोपी का गुस्सा और भड़क गया और उसने कल रात्रि को पड़ोसी राजू बाल्मीकि आनंद के घर में दबे पांव घुस गया। चारपाई पर सो रहे आनंद को जब तक राजू के आने का अहसास हो पाता उसने सीने में गोली मार दी। गोली लगने से आनंद की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक का दो साल का बेटा है, पति की मौत के बाद उसकी पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है। पुलिस ने आरोपी पर हत्या का प्रकरण दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।
मृतक आनंद के पिता पातीराम ने करीब 10 साल पहले ही राजू बाल्मीक के पास वाला मकान खरीदा था। चूंकि पातीराम के मकान से निकलने वाले ड्रेनेज के पानी का बहाव राजू के घर के सामने से है, इसलिए अक्सर विवाद होता था। इसे रोकने के लिए राजू बाल्मीकि ने ड्रेनेज नाली के रास्ते में देवी देवताओं की मूर्तियां और चबूतरा बना दिए। पातीराम ने अपने घर के सामने ही ड्रेनेज के पानी को रोकने के लिए गड्डा खोद दिया था। अब केवल बारिश का पानी ही राजू के घर के सामने से निकलता था, लेकिन राजू को इस पर भी आपत्ति थी। इसीलिए दोनों परिवारों में झगड़ा होता था। इसी विवाद में 29 सितंबर की रात राजू ने घर के बाहर सो रहे आनंद पर कुल्हाड़ी से हमला किया था। उसे जख्मी हालत में झांसी रैफर किया गया था। वहां से 7 अक्टूबर को आनंद को डिस्चार्ज कर दिया गया। 10 अक्टूबर को उसने सिर में लगे टांके कटवाए और वहां से लौटकर सिविल लाइन थाने में राजू के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया। मामला दर्ज होने के बाद आरोपी फरार हो गया था।
नगर निरीक्षक नरेन्द्र षर्मा ने बताया कि आरोपी आदतन अपराधी है राजू बाल्मीक बारदात को अंजाम देने के बाद फरार हो गया है। पुलिस उसकी गिरतारी के प्रयास कर रही है।