ग्वालियर। क्राइम ब्रांच पुलिस ने पीएमटी कांड में मोस्ट वांटेड 15 हजार के इनामी सरगना डाक्टर दीपक यादव को आज दोपहर में पुरानी छावनी थाना क्षेत्र से पकड़ लिया है। पकड़े जाने के बाद डाक्टर यादव ने पूछताछ में लगभग एक दर्जन से अधिक युवकों को फर्जी तरीके से पीएमटी की परीक्षा पास करवाने की बात स्वीकार कर ली है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र जैन, नगर पुलिस अधीक्षक राहुल लोढा आईपीएस ने देर रात पत्रकारों को बताया कि 15 हजार का इनामी डाक्टर दीपक यादव के आगरा से सड़क मार्ग से आने की सूचना मिली थी। सूचना पर से पुलिस ने डॉ. दीपक यादव को पकडऩे में सफलता प्राप्त की। पकड़े जाने के बाद डॉ. यादव ने बताया कि उसने अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए आगरा और वृंदावन में पनाह ली। अभी भी वह वृंदावन में ही रह रहा था। उसने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि उसने लगभग एक दर्जन से अधिक युवकों को बिना परीक्षा दिए पीएमटी की परीक्षा पास करवाई। उसने अपने भाईयों राहुल यादव 15 हजार का इनामी, विशाल यादव को प्रीपीजी में एडमीशन दिलाने, विशाल की पत्नी प्रियंका श्रीवास्तव यादव पांच हजार की इनामी को भी परीक्षा पास कराकर चिकित्सक बनवाया। इसी के साथ उसने अपने मामा के दो लड़कों जयंत और ऋषभ यादव को भी बिना परीक्षा एडमीशन दिलाया। डॉ. यादव ने बताया कि उसके पास उसके रिश्तेदार, परिचित तथा कुछ प्रभावशाली लोग भी स्वयं आते थे और वह उनके बच्चों को बिना परीक्षा दिलाए एडमीशन करवाता था। उसने बताया कि 2011 में फर्जी रूप से प्री पीजी में भी बिनी परीक्षा प्रवेश दिलवाया। जिसमें आज फिर झांसी रोड थाना पुलिस ने धोखाधडी आदि धाराओं में मामला दर्ज किया है। जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ उसमें उसका भाई विशाल यादव, रश्मि परिहार तथा शक्तिप्रताप सिंह परिहार के नाम शामिल हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र जैन ने बताया कि पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में आरोपी दीपक यादव ने बताया कि उसके संबंध जीआर मेडीकल कालेज के स्टाफ से भी थे। इसी के साथ कुछ रूतवेदार लोगों से भी उसके संबंध थे। पुलिस उसके संबंध में पड़ताल कर रही है।
307 में भी थी तलाश
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पीएमटी कांड में मोस्ट वांटेड 15 हजार के इनामी सरगना डाक्टर दीपक यादव की कंपू और झांसी रोड थाना पुलिस को 307 के मामले में भी तलाश थी। पिछले काफी समय से डॉ. दीपक यादव को पुलिस की टीमें तलाश रही थी।