भोपाल ! मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी चीन यात्रा के दूसरे दिन सोमवार को बीजिंग में मध्य प्रदेश में निवेश पर आयोजित सेमीनार में मध्यप्रदेश में निवेश के अवसरों और उससे होने वाले लाभ की चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए मेक इन इंडिया अभियान ने व्यापार को और ज्यादा आसान बना दिया है। इससे देश में एक नए आर्थिक युग की शुरुआत हुई है।
चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के विशेष आमंत्रण पर चीन गए मुख्यमंत्री चौहान ने अपने चीन प्रवास के दूसरे दिन सोमवार को बीजिंग में सेमिनार में निवेश की प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर भी विस्तार से चर्चा की। सेमिनार में चीन के प्रतिष्ठित व्यापार समूहों और निवेशक कंपनियों ने भाग लिया।
चौहान ने कहा कि उदार निवेश नीतियों के कारण भारत की जीडीपी दर तेज गति से बढ़ रही है। वित्तीय वर्ष 2016 में जीएसडीपी ने प्रभावशाली रूप से 7़ 6 प्रतिशत तक पहुंच गई है। सभी भारतीय राज्य को इसका लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश तेजी से आगे बढ़ता भारतीय राज्य है। इसकी सकल घरेलू उत्पादन की दर निरंतर ब सढ़ रही है। यहां आना और निवेश करना सरल है। उन्होंने कहा कि दोनों महान देश हैं। दोनों देश के बीच सांस्कृतिक समानताएं हैं। मध्यप्रदेश में निवेश के फायदे गिनाते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में विश्व-स्तरीय निवेश के अनुकूल बुनियादी ढांचा मजबूत हुआ है। यहां सूक्ष्म, लघु और मध्यम उदयोग तथा प्रमुख बड़े औद्योगिक क्षेत्रों सहित 230 विकसित औद्योगिक क्षेत्र है। इनमें धार जिले के पीथमपुर में चीनी औद्योगिक टाउनशिप भी शामिल है। चौहान ने औद्योगिक निवेश के लिए उपलब्ध विशाल भू-संसाधनों की जानकारी देते हुए व्यापारिक समुदाय को बताया कि भूमि 30 साल के लिए लीज के लिए रियायती दरों पर उपलब्ध हैं। राज्य में ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, कपड़ा और हाथकरघा, फार्मास्यूटिकल्स, कृषि व्यवसाय और खाद्य प्र-संस्करण, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में बहुत अधिक संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने चीनी औद्योगिक टाउनशिप, पीथमपुर के बारे में कहा कि क्षेत्रों में कुल 135 औद्योगिक भूखंड सहित 205 हेक्टेयर भूमि है। उन्होंने कहा कि चीनी कंपनियों को निवेश के लिए यह मध्यप्रदेश का सबसे अच्छा प्रस्ताव और समय है। इस मौके पर चीनी चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष झांग यूझिंग ने मुख्यमंत्री और प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों का स्वागत किया। उन्होंने
व्यापार बढ़ाने के लिए मध्य प्रदेश के सकारात्मक ²ष्टिकोण की सराहना की। उन्होंने कहा कि व्यापार में समावेशी विकास का विचार सराहनीय है। भारतीय दूतावास के डॉ. बी. बाला भास्कर ने भी सेमिनार को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयासों से दोनों देश के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंध मजबूत होंगे। राज्य की वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने आश्वासन दिया कि प्रदेश में निवेश करने वाली कंपनियों को किसी तरह की बाधा नहीं आएगी। बुनियादी ढांचा संबंधी सभी सुविधाएं मिलेंगी और हर स्तर पर सहयोग मिलेगा। सेमिनार में नेशनल केमिकल इंजीनियरिंग लिमिटेड, चीन फार्चून भूमि विकास कंपनी, जीउसान समूह, शेनीयादी थ्राइव आवास निर्माण, साइनोफार्म इंटरनेशनल कारपोरेशन, बीजिंग च्वाइस इलेक्ट्रॉनिक टेक्नोलॉजी कंपनी, सैन्यो समूह जैसी नामी कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में आज बीजिंग में मध्यप्रदेश और चीन की विश्व प्रसिद्ध मशीन निर्माता कंपनी सेनी समूह के बीच करारनामे पर हस्ताक्षर हुये। सेनी ग्रुप ने मध्यप्रदेश में एक बिलियन डॉलर निवेश करने का प्रस्ताव दिया है। म.प्र. ट्रायफेक के प्रबंध संचालक श्री डी.पी. आहूजा ने मध्यप्रदेश सरकार की ओर से और श्री ली झिंगझिंग ने सेनी समूह की ओर से करारनामे पर हस्ताक्षर किये। समूह के अध्यक्ष श्री लियांग वेंजन ने मध्यप्रदेश में निवेश संभावनाओं पर मुख्यमंत्री के साथ विस्तार से चर्चा की। श्री लियांग ने बताया कि सेनीसमूह 500 मेगावॉट विंड एनर्जी सेक्टर और औद्योगिक अधोसंरचना निर्माण के क्षेत्र में एक बिलियन डॉलर निवेश करने का इच्छुक है। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में सेनीसमूह को किसी प्रकार की बाधा नहीं आने दी जायेगी। हर प्रकार की सहायता उपलब्ध करवाई जायेगी। उन्होंने समूह का प्रदेश में स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने समूह के कार्यपालन प्रमुखों को इंदौर में 22-23 अक्टूबर को होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में भाग लेने का आमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश पूरी तरह से निवेश मित्र राज्य है। सेनी ग्रुप के निवेश प्रस्तावों की जानकारी देते हुये समूह के अध्यक्ष श्री लियांग वेनजेन ने बताया कि समूह 10 से 20 मिलियन डॉलर निवेश करने के लिये उपयुक्त अवसर और संभावनाएँ खोज रहा है। मध्यप्रदेश में एक बिलियन डॉलर के निवेश प्रस्ताव इसी रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने यह भी बताया कि उनका समूह बड़े पैमाने पर विद्युत प्लांट और कारखाने स्थापित करने की योजना बना रहा है। कारखानों में निर्माण उपकरण बनाये जायेंगे। श्री लियांग ने कहा कि उनका समूह प्रौद्योगिकी और पूँजी दोनों में योगदान कर सकता है और भारत एवं मध्यप्रदेश में उपलब्ध विशाल बाजार को देखते हुये विकास को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। इस प्रकार समूह दोनों देश के बीच मैत्री संबंधों को भी मजबूत करेगा। औद्योगिक नगरों के विकास में भी दिखाई रूचि: चीन की एक अन्य प्रमुख कंपनी चाइना फार्च्युन लेंड डेवलपमेंट लिमिटेड ने भी प्रदेश में नगर विकास में रूचि दिखाई है। इस कंपनी ने सिंगापुर जैसे बड़ी हाईटेक औद्योगिक टाऊन को स्थापित किया है। कंपनी के उपाध्यक्ष श्री लियांग ने प्रदेश में औद्योगिक नगरों के विकास में रूचि दिखाई है। श्री चौहान ने ग्वालियर सहित अन्य शहरों के विकास की संभावनाओं पर चर्चा की। बैठक के अंत में श्री लियांग ने मुख्यमंत्री को चाइना की पारम्परिक पेटिंग स्मृति स्वरूप भेंट की।