ग्वालियर। मध्यप्रदेश के भिण्ड जिले के मेहगांव विकास खण्ड के कस्बा गोरमी निवासी मुन्नालाल समाधिया 60 वर्ष की हत्या के 5 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है तथा एक आरोपी अभी फरार है जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।। मुन्नालाल समाधिया के गायब होने पर स्थानीय जनता ने बाजार बंद कर थाने का घेराव, धरना, प्रदर्शन किया था। 25 दिसंबर को उनका कुंवारी नदी के पानी में पत्थर से दबी लाश मिलने पर जनता भडक गई। दो दिन तक गोरमी मे बेकाबू माहौल होने के बाद पुलिस ने मामले की जांच एसआइटी को सौंप दी।
एडीशनल एसपी अमृत मीणा ने आज पत्रकारों को बताया कि पुलिस जानकारी मिली कि मुन्नालाल समाधिया किसान होते हुए भी रुपए ब्याज पर देने का कारोबार करता था। उसने गोरमी के ही निवासी वीरसेन जैन को एक लाख 40 हजार रुपए ब्याज पर दिए थे। पुलिस को यह जानकारी मिली कि वीरसेन का पुत्र पवन जैन जो पाव भाजी का ठेला लगाता है उसने भी मुन्नालाल से 5 हजार रुपए अलग से उधार लिए थे, लेकिन वह उन्हें वापस नहीं कर रहा था। 17 दिसंबर मुन्नालाल पवन से अपने 5 हजार रुपए लेने गया तो वहां मुन्नालाल का पवन से विवाद हो गया। जब मुन्नालाल व पवन का झगडा हो रहा था तब पवन का दोस्त इमरान खान वहां मौजूद था। गुस्से में पवन व इमरान मुन्नालाल को एक गली में ले गए और चाकुओं से उनकी हत्या कर दी। शव को एक बोरे में छिपा दिया। मुन्नालाल की लाश को ठिकाने लगाने के लिए पवन ने अपने दोस्त भोला खान, सुमित उपाध्याय, गोलू शिवहरे,पंकज कश्यप की मदद लेकर लाश को ठिकाने लगाया। जब शाम को अंधेरा हो गया तो शव का बोरा बाइक पर रखकर ग्राम कचनाव के पास कुंवारी नदी के नीचे ले जाकर पानी में डुबो दिया तथा उसके ऊपर तीन बडे-बडे पत्थर रख दिए। जब राहगीरों ने नदी में शव पडे होने की सूचना दी तो मौके पर पहंची पुलिस ने शव को नदी से बाहर निकलवाया तब मृतक की पहचान उसके पुत्र मनीष समाधिया ने की।
गोरमी थाना पुलिस ने इस हत्याकाण्ड के मामले में मुख्य आरोपी पवन जैन, इमरान खान, सुमित उपाध्याय, गोलू शिवहरे, पंकज कश्यप को गिरफ्तार कर लिया है जगकि एक आरोपी भोला खान फरार है जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।
दो दिन तक चले उपद्रव, घरों व दुकानों में लगाई गई इसको लेकर पुलिस ने 150 दज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया हैं। उन उपद्रवियों की पहचान के बाद कार्यवाही की जाएगी।