भोपाल मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान इन्दौर नगर के बीचों-बीच से निकली खान नदी के शुद्धिकरण एवं विकास की 2720 करोड़ रुपये की परियोजना 10 सितम्बर को दिल्ली में केन्द्र सरकार के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। श्री चौहान ने कहा है परियोजना स्वीकृत होने पर साढ़े चार-पाँच साल के भीतर पूर्ण कर ली जायेगी। खान नदी शुद्धिकरण परियोजना संबंधी बैठक में लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन तथा संबंधित केन्द्रीय मंत्री मौजूद रहेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज यहाँ प्रदेश के अधिकारियों की बैठक में खान नदी शुद्धिकरण की प्रस्तावित योजना की समीक्षा की। बताया गया कि खान नदी के दोनों तट पर बसे हजारों घरों की गंदगी तथा प्रदूषित जल सीधे नदी में पहुँचता है। सरस्वती तथा चद्रभागा नदियाँ भी इस नदी में मिलती हैं। खान नदी क्षिप्रा में मिलती है जो आगे चलकर चम्बल और यमुना से जुड़ते हुए गंगा में मिल जाती है। इस तरह नदी के प्रदूषण का दुष्प्रभाव क्षिप्रा तथा गंगा पर भी पड़ता है।
गंगा सफाई अभियान की सफलता में खान नदी का शुद्धिकरण भी आवश्यक है। खान नदी शुद्धिकरण के लिये नदी पर आने वाले प्रदूषित जल का ट्रीटमेंट कर उसका उद्यानिकी सहित अन्य कार्यों में उपयोग, नदी को आम जनजीवन से जोड़ने, नदी में गंदे पानी का प्रवेश रोकने की कार्य-योजना बैठक में प्रस्तुत की गयी। नदी तट की बस्तियों का व्यवस्थित पुनर्वास तथा औद्योगिक क्षेत्र पोलोग्राउंड एवं सांवेर से निकल कर खान में मिलने वाले पानी का ट्रीटमेंट भी योजना में शामिल रहेगा। सफाई के साथ नदी को निरंतर प्रवाहित करने के लिये इसे नर्मदा-गंभीर वाटर लिंक परियोजना से जोड़े जाने का प्रस्ताव है। मुख्यमंत्री श्री चौहान इन प्रस्ताव के साथ दिल्ली में उच्च स्तरीय बैठक में शामिल होंगे।