भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कल ग्रामीण पथ-विक्रेताओं को उनके रोजगार की बेहतरी के लिये ऋण वितरण करेंगे। आधिकारिक जानकारी के अनुसार भोपाल के मिंटो हाल में कल दोपहर 2 बजे आयोजित होने वर्चुअल कार्यक्रम में चौहान योजना के हितग्राहियों से संवाद भी करेंगे। प्रदेश में मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ-विक्रेता योजना में चौथी बार हितग्राहियों को एक साथ ऋण वितरण किया जा रहा है। कार्यक्रम में प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेद्र सिंह सिसौदिया एवं राज्य मंत्री राम खेलावन पटेल भी मौजूद रहेंगे।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ-विक्रेता योजना में अभी तक एक लाख से अधिक ग्रामीण प्रवासी श्रमिकों सहित अन्य जरूरत मंद पथ-विक्रेताओं को राज्य शासन की गारंटी पर 10-10 हजार रूपये का ब्याज मुक्त ऋण देकर लाभान्वित किया जा चुका है। योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में पथ-विक्रेता व्यवसाइयों को 10 हजार रूपये तक बैंक से कार्यशील पूंजी ऋण के रूप में उपलब्ध कराने में सहयोग करना, नियमित ऋण वापसी को प्रोत्साहित करना तथा छोटे उद्यमियों को व्यापार-व्यवसाय में प्रशिक्षण में सहयोग देना है।
योजना में राज्य शासन द्वारा प्रति हितग्राही को रूपये 10 हजार तक के ऋण पर 14 प्रतिशत तक ब्याज अनुदान की प्रतिपूर्ति का प्रावधान है। साथ ही योजना में राज्य शासन की क्रेडिट गारंटी रहेगी। इस योजना के पात्र हितग्राहियों को स्टाम्प ड्यूटी के प्रयोजनों से भी विमुक्त रखा गया है। योजना में 18 से 55 आयु वर्ग के ग्रामीण प्रवासी श्रमिक, गरीब परिवार और ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे परिवार की महिलायें जो आजीविका मिशन या तेजस्विनी परियोजना में गठित स्व-सहायता समूह की सदस्य हों, को योजना का लाभ दिया जाता है।
योजना में शैक्षणिक योग्यता एवं जाति-वर्ग का कोई बंधन नहीं है। योजना को सरल एवं पारदर्शी बनाने के लिए कामगार सेतु पोर्टल बनाया गया है। योजना में अभी तक 14 लाख 15 हजार से अधिक हितग्राहियों का पंजीयन कामगार सेतु पोर्टल के माध्यम से कराया जा चुका है। इनमें से 1 लाख 41 हजार से अधिक हितग्राहियों के प्रकरण बैंक द्वारा स्वीकृत होकर 1 लाख से अधिक प्रकरण वितरण योग्य हैं। इनमें से 60 हजार से अधिक हितग्राहियों को ऋण राशि 24 सितम्बर, 12 नवम्बर एवं 21 दिसम्बर 2020 का आयोजित वर्चुअल सामूहिक ऋण वितरण कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री द्वारा वितरित की जा चुकी है। योजना अंतर्गत 18 फरवरी को चौथी बार आयोजित होने वाले कार्यक्रम में पुन: एक साथ लगभग 40 हजार से अधिक पथ-विक्रेताओं को ऋण वितरण किया जायेगा।