भोपाल। मुरैना में माफिया की शराब के कारण करीब 20 लोगों की मौत के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना के कलेक्टर और एसपी दोनों को हटा दिया है। इससे पहले कल शाम तक 4 पुलिस अधिकारी और एक आबकारी अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया था। उल्लेखनीय है कि माफिया की जहरीली शराब जितने भी लोगों ने भी पी, सभी बीमार हो गए और धीरे-धीरे मर रहे हैं।
ध्यान देना जरूरी है कि मध्य प्रदेश का मुरैना जिला एक ऐसा क्षेत्र है जहां केवल जहरीली शराब ही नहीं बल्कि लगभग सभी प्रकार के खाद्य पदार्थों में मिलावट की जाती है। यहां मिलावट का कारोबार बड़े पैमाने पर होता है। मुरैना का मिलावटी मावा मध्यप्रदेश सहित राजस्थान और उत्तर प्रदेश में सप्लाई होता है। मुरैना का नकली दूध भी मध्यप्रदेश और राजस्थान में सप्लाई होता है। बताने की जरूरत नहीं की मुरैना के माननीय विधायक के बेटे का नाम राजस्थान पुलिस का रिकॉर्ड में रेत माफिया के तौर पर दर्ज है।
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मुरैना की घटना बहुत दुखद थी। अगर इस तरह की घटना कहीं भी होगी तो वहां के कलेक्टर, एसपी और आबकारी अधिकारी तीनो ज़िम्मेदार माने जाएंगे।