भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 15 जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को दो टूक कहा है कि ड्रग माफिया प्रदेश में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। बिचौलियों को पकड़ने तक की कार्रवाई पुलिस और जिला प्रशासन सीमित न रहे, बल्कि उसके आखिरी सोर्स तक पहुंचकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ड्रग्स एवं नशीली वस्तुओं का कारोबार करने वाले मानवता के दुश्मन हैं। इन्हें किसी भी हालत में छोड़ा नहीं जाना चाहिए। युवा वर्ग नशे की चपेट में न आए। नशे की चपेट में आने वाला युवा बर्बाद हो जाता है। इसलिए विशेष अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि आॅर्टिफिशियल नशा बेचने वालों के तार विदेशों तक से जुड़े हुए हैं। बिचौलिये या बीच के आदमी को अकेले पकड़ने से कुछ नहीं होगा। इसके मुख्य सोर्स तक पुलिस को पहुंचना होगा। मुख्यमंत्री ने इस बैठक में इंदौर पुलिस द्वारा हाल ही में की गई कार्रवाई की तारिफ भी की। उन्होंने कहा कि इंदौर पुलिस ने हाल ही में जो कार्रवाई की है उसमें विदेश तक का कनेक्शन आया है।
भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, सागर, रीवा, होशंगाबाद, छिंदवाड़ा, नीमच, दतिया, मंदसौर, नरसिंहपुर, रतलाम और सतना जिलों के कलेक्टर और एसपी मौजूद थे। वहीं भोपाल,इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, सागर, रीवा और नर्मदापुरम के आयुक्त एवं पुलिस महानिरीक्षक इसमें मौजूद थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आज सीएम निवास में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुलाकात की। उनके साथ करीब 40 गाड़ियों का काफिला था। इसके बाद शिवराज सिंह और सिंधिया शाजापुर पहुंचे। इसके बाद शिवराज सिंधिया का इंदौर जाने का भी कार्यक्रम है। भोपाल में मुलाकात के दौरान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री भी सीएम निवास पहुंचे। इस दौरान नेताओं की राजनीतिक विषयों पर चर्चा हुई। जिनमें निगम-मंडल और संगठन की नियुक्तियों के विषय भी शामिल थे। इससे पहले सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मीडिया से कहा है कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार में गुंडाराज चल रहा है। बंगाल में प्रजातंत्र के ऊपर तांडव नृत्य चल रहा है जिसका जवाब जल्द ही वहां की जनता ममता सरकार को देगी और वहां प्रजातांत्रिक सरकार स्थापित करेगी। भोपाल में सीएम निवास पहुंचे सिंधिया ने पश्चिम बंगाल में कल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय महासचिव पर हुए हमले की निंदा की और इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
ये अफसर थे मौजूद: इस बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस, डीजीपी विवेक जौहरी, एडीजी आदर्श कटियार, सीएम के ओएससी मकरंद देउस्कर सहित अन्य अफसर मौजूद थे। वहीं कमिश्नर, आईजी, डीआईजी, कलेक्टर एवं एसपी वीसी के जरिए जुड़े थे।