भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज नवगठित मंत्रिपरिषद की बैठक मंत्रालय में संपन्न हुई। मुख्यमंत्री चौहान ने इस अवसर पर समस्त मंत्रियों को अपनी ओर से हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हुए उनसे राज्य की जनता के हित में पूरे परिश्रम से जुटकर कार्य करने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि मंत्रीगण विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों के सुझावों के अनुरूप समन्वय से कार्य करते हुए प्रदेश की जनता का कल्याण सुनिश्चित करें। कोरोना से लड़खड़ाई अर्थव्यवस्था भी धीरे-धीरे ठीक होगी और मध्यप्रदेश को बदलने में समय नहीं लगेगा।
इस अवसर पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने गत तीन माह में राज्य सरकार द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों की जानकारी विस्तार पूर्वक दी। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने प्रदेश में कोविड-19 के नियंत्रण के लिए किए गए प्रयासों और वर्तमान स्थिति की जानकारी प्रजेंटेशन द्वारा दी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता के लिए हमें कार्य करना है। हम अपने लिए नहीं बल्कि आमजन के लिए इस जिम्मेदारी को वहन करने के लिए पूरी योग्यता, परिश्रम और तनमयता से कार्य करें। मुझे आशा है कि समस्त मंत्रीगण सौंपे गए उत्तरदायित्व को कर्मठता से पूरा करेंगे। चौहान ने कहा कि यह प्रयास होना चाहिए कि मेहनत की पराकाष्ठा हो, पारदर्शिता हो और प्रमाणिकता भी स्थापित हो। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमें टीम के रूप में कार्य करना है। मौजूदा कोरोना संकट ने अर्थव्यवस्था को काफी प्रभावित किया है। इसके बावजूद हम पूरी क्षमताओं से, आनंद और प्रसन्नता के साथ कार्य करें। स्नेह, सौजन्य, मित्रता, सहयोग की भावना के साथ खुद के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए प्रदेश की जनता को स्वस्थ रखने और उन्हें विकास का लाभ पहुँचाने के पूरे प्रयत्न करें। मुख्यमंत्री चौहान ने इस अवसर पर जानकारी दी कि प्रत्येक मंगलवार को मंत्रि-परिषद की बैठक आयोजित की जाएगी। उन्होंने मंत्रीगण से अनुरोध किया कि सोमवार और मंगलवार को राजधानी भोपाल में रहकर कार्य निष्पादन करें।
बैठक में मुख्यमंत्री चौहान ने जानकारी दी कि मध्यप्रदेश में कोविड-19 के नियंत्रण के प्रयास सफल हुए हैं। कोरोना पॉजीटिव रोगियों का नि:शुल्क उपचार शासकीय अस्पतालों और शासन द्वारा अनुबंधित निजी अस्पतालों में किया जा रहा है। प्रदेश में आईआईटीटी रणनीति के तहत कार्य हुआ है। सर्वप्रथम रोग की पहचान अर्थात् आईडेंटिफिकेशन फिर रोगियों के लिए आईसोलेशन की व्यवस्था के प्रयास किए गए। टेस्टिंग क्षमता बढ़ाते हुए ट्रीटमेंट की समुचित कार्यवाही की गई। किल-कोरोना अभियान 1 जुलाई से प्रारंभ हुआ है इसके अंतर्गत घर-घर सर्वेक्षण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने मंत्रियों से आग्रह किया कि इस अभियान में शामिल होकर लोगों को जागरूक करने का कार्य करें। आयुर्वेदिक काढ़े की उपयोगिता सिद्ध हुई है। इसके प्रयोग के लिए भी आमजन को प्रेरित करें। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि वर्तमान में मुरैना क्षेत्र में पॉजीटिव प्रकरण मिलने के पश्चात् नियंत्रण के सभी आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश में कोरोना की ग्रोथ रेट अन्य राज्यों से कम है। भारत की औसत 3.63 ग्रोथ रेट के मुकाबले मध्यप्रदेश में यह ग्रोथ रेट आधे से भी कम सिर्फ 1.48 है। रिकवरी रेट में मध्यप्रदेश लगभग 75 प्रतिशत रोगियों को ठीक करते हुए देश में दूसरे नंबर पर है। नीमच, बुरहानपुर, ग्वालियर, सागर से अभी भी पॉजीटिव प्रकरण आने की सूचनाएं आती हैं। इसके अनुसार आवश्यक कदम भी तत्काल उठाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि देश में संक्रमण की दृष्टि से मध्यप्रदेश साढ़े तीन माह पूर्व चौथे क्रम पर था। वर्तमान में मध्यप्रदेश 13वें क्रम पर है। सोशल डिस्टेंसिंग के पालन, मॉस्क के उपयोग और कहीं भी न थूकने जैसी सावधानियों के पालन के साथ प्रदेशवासियों ने राज्य सरकार के प्रयासों में सहयोग दिया है।
मंत्रिपरिषद सदस्यों के लिए प्रजेंटेशन में जानकारी दी कि प्रदेश में प्रतिदिन 9800 कोरोना टेस्ट की क्षमता विकसित हो चुकी है। कुल 78 जांच लेब कार्य कर रही हैं। प्रदेश की औसत मृत्यु दर कभी 11 प्रतिशत से अधिक थी जो वर्तमान में 2 प्रतिशत से भी कम हो गई है। प्रदेश में रोगियों के लिए उपलब्ध करवाए गए सामान्य बेड, ऑक्सीजन बेड और आईसीयू बेड में से 17 प्रतिशत का ही इस्तेमाल हो रहा है। वर्तमान में प्रदेश में 24 हजार 235 सामान्य बेड, 8924 ऑक्सीजन बेड और 317 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं। सार्थक एप के माध्यम से रोगियों के लक्षण की जानकारी मिलने और उपचार में सहायता मिल रही है। प्रदेश में 852 फीवर क्लीनिक कार्य कर रही हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने सवा तीन माह की अवधि में करीब पौने तीन सौ घंटे वीडियो कान्फ्रेंस और बैठकों के माध्यम से सतत् समीक्षा कर कोरोना नियंत्रण के कार्य को अपने निर्देशन में संपादित किया है। मुख्यमंत्री कोविड योद्धा कल्याण योजना 2020 लागू कर अब तक 20 कोविड योद्धाओं के परिवारों को लाभ दिया गया ।