नई दिल्ली ! केन्द्रीय रेलमंत्री ने रेल बजट में रेल यात्री किराए एवं माल भाड़े को बेशक न छुआ हो लेकिन चंद रोज पहले हुई वृद्घि का गुस्सा अभी भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं में दिखा और उन्होने रेल मंत्री सदानंद गौडा का घेराव किया। गौडा के आवास पर गए कांग्रेस प्रवक्ता ने तो उनके नाम की तख्ती ही तोड़ कर अपने पैरों से रौंद डाली। कांग्रेस विधायकों एवं तीनों निगम के कांग्रेसी पार्षदों ने प्रदेश कांग्रेस द्वारा शुरु किए गए ”हल्ला बोल आंदोलनÓÓ के तहत यह रेलमंत्री सदानन्द गौड़ा के त्यागराज मार्ग स्थित निवास पर प्रदर्शन का आयेाजन किया था। प्रदर्शन करने वालों में प्रदेश अध्यक्ष अरविन्दर सिंह के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता हारुन यूसूफ, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा, जय किशन, चौ. मतीन अहमद, हसन अहमद, प्रहलाद सिंह साहनी, देवेन्द्र यादव, आसिफ मौहम्मद खान, डा. नरेश कुमार एवं तीनों निगमों में विपक्ष के नेता फरहाद सूरी, मुकेश गोयल, वरयाम कौर, उप महापौर प्रवीण राणा एवं युवक कांग्रेस के अध्यक्ष अमित मलिक व अल्पसंख्यक नेता मेंहदी माजिद, सेवा दल अध्यक्ष दिनेश्वर त्यागी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष ओनिका मेहरोत्रा, कांग्रेसी नेता डीसी वशिष्ठ, तपसी प्रधान, अजीत यादव मौजूद थे। बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष अरविन्दर सिंह और कांग्रेस विधायक दल के नेता हारुन यूसूफ ने कहा कि केन्द्रीय रेलमंत्री ने बुलेट ट्रेन और स्पीड ट्रेन चलाने का सब्जबाग दिखाने की आड़ में गरीब लोगों को राहत देने के नाम पर झुनझुना थमा दिया है।
उन्होंने यह भी कहा कि पूरा रेलवे बजट अडानी व अम्बानी जैसे उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए लाया गया है और रेलवे का निजीकरण करके रेल जैसे आम आदमी के यातायात को सरकार देश के धनाड्य व अमीर लोगों के लिए यातायात का साधन बना रही है। उन्होंने भाजपा से पूछा कि पहले एफडीआई का विरोध करने वाली भाजपा अब रेलवे में एफ डीआई क्यों लागू करना चाहती है? उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में अतंर है और रेल किराए में वृद्धि वापस न करके भाजपा ने अपना गरीब विरोधी चेहरा एक बार फिर साफ कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस अपना शांतिपूर्ण आंदोलन जारी रखेगी।