ग्वालियर। मध्यप्रदेश के भिण्ड जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा मीजल्स रूबैला अभियान की समीक्षा की गई। इस अवसर पर सीएमएचओ डॉजेपी कुशवाह ने बताया कि एमआर टीकाकरण के उपरान्त कुछ बच्चों में सामान्य लक्षण जैसे सिर में दर्द, उल्टी या हल्का बुखार आदि देखे गये हैं जो सामान्यतः बडे बच्चों में इंजेक्शन के डर से घबराहट के कारण कभी-कभी संभव हैं इसका मीजल्स-रूबैला टीके से को संबंध नहीं है। ये लक्षण सामान्यतः बच्चों को थोडा सर्पोट देने से ठीक हो जाते हैं।
उक्त समीक्षा में के दौरान जिला टीकाकरण अधिकारी भिण्ड डॉ0 पवन जैन द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान तक लगभग एक लाख से अधिक बच्चों का सफलतापूर्वक मीजल्स-रूबैला टीकाकरण किया जा चुका है। इस अवसर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन से डॉ0 बिन्दु सिंघल द्वारा अवगत कराया गया कि इन लक्षणों से बचाव हेतु यह ध्यान रखा जाये कि बच्चा खाली पेट मीजल्स-रूबैला का टीका न लगवाये तथा विद्यालयों में टीकाकरण के लिये लाइनें न लगवायी जायें। टीकाकरण हेतु तीन कमरों वाली पद्वति का उपयोग किया जाये एवं बच्चों को एक-एक करके टीकाकरण कक्ष में ले जाकर टीकाकरण कराया जाये।
इस अवसर पर डॉ0 एसके व्यास, शहरी नोडल अधिकारी भिण्ड द्वारा बताया गया कि अब तक भिण्ड शहर के प्रमुख शासकीय व निजी स्कूल विद्यालय जैसे शास0 हायर सेकेण्डरी स्कूल नं0 1 व 2, सेन्ट्रल स्कूल, कॉटनजीन मिडिल स्कूल नं01, गर्ल्स स्कूल नं0 1, जैन हायर सेकेण्डरी स्कूल, सिटी सेण्टर हायर सेकेण्डरी व सीबीएसई स्कूल, सेण्ट माइकल स्कूल, साधना विद्या निकेतन, डीपीएस स्कूल, किषोरी पब्लिक स्कूल, बिहारी बाल मन्दिर, इम्मानुएल स्कूल, आईपीएस एकेडमी, राजेन्द्र कान्वेट स्कूल, विद्यावती पब्लिक स्कूल, मॉडल स्कूल, बचपन प्ले स्कूल, ऑक्सफोर्ड किडीज कार्नर आदि में सफलतापूर्वक एमआर टीकाकरण कार्यक्रम किया जा चुका है।