भोपाल ! प्रदेश में भारत सरकार की पहल पर टीकाकरण से ंवंचित शिशुओं तथा गर्भवती महिलाओं को खोजकर उन्हें टीके लगाने के उद्देश्य से मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम प्रांरभ किया गया था। इस अभियान को भारी सफलता प्राप्त हुई है। मिशन संचालक फैज अहमद किदवई ने बताया कि चार चरणों में चलाये गये इस अभियान में कुल एक लाख 47 हजार 955 बच्चों का टीकाकरण सफलता पूर्वक किया गया है।
मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत विगत चार माह से निरंतर प्रत्येक माह में 7 से 14 तारीख के बीच में टीकाकरण से वंचित माताओं और शिशुओं का टीकाकरण किया गया। इस अभियान के तहत सुपूर्ण देश में कुल 210 जिले शामिल किये गये थे जिसमें 15 जिले मध्यप्रदेश के भी शामिल थे। प्रदेश के शामिल जिलों में अलीराजपुर, अनूपपुर, छतरपुर, दमोह, झाबुआ, मंडला, पन्ना, रायसेन, रीवा, सागर, सतना, शहडोल, टीकमगढ़, उमरिया तथा विदिशा जिले शामिल है। मिशन इंद्रधनुष का प्रथम चरण 14 अपै्रल से प्रारंभ हुआ था। चार माह तक निरंतर चलने वाले अभियान में प्रत्येक माह की 7 से 14 तारीख तक योजनाबद्ध तरीके से टीकाकरण का कार्य किया गया था। हालांकि राज्य शासन द्वारा प्रदेश के सभी जिलों में विशेष अभियान चलाकर टीकाकरण किया गया था।
टीकाकरण कार्य के पूर्व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत मैदानी कार्यकर्ताओं ने घर घर जाकर माताओं तथा शिशुओं की जानकारी तैयार कर ली थी। टीकाकरण से वंचितों के लिए टीकाकरण की विशेष व्यवस्थाए की गई थी। इनमें टीकाकरण के ज्यादा से ज्यादा सत्र आयोजित किये गये अभियान के अंतर्गत कुल 74 हजार 190 सत्र आयोजित किये गये थे। मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत कुल एक लाख 47 हजार 955 बच्चों एवं महिलाओं को टीके लगाये गये।
इसके अलावा एक लाख 4 हजार 506 ऐसे बच्चे है जो पूर्ण रुप से सुरक्षित है तथा जिनका शत प्रतिशत टीकाकरण किया गया। वहीं मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत घर-घर जाकर एक लाख 62 हजार 882 ओआरएस के पैकेट वितरित किये गये। इसी प्रकार से इस दौरान 7 लाख 90 हजार 668 जिंक की गोलियों का वितरण किया गया।