दतिया। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के दतिया के बड़ौनी में पत्नी ने मां और प्रेमी के साथ योजना बनाकर पति की हत्या करा दी। पति को शक हो गया था कि गर्भवती पत्नी का मायके में किसी से प्रेम-प्रसंग है। उसने मायके गई पत्नी को फोन कर अपना संदेह जाहिर कर दिया। आखिरकार पत्नी ने उसे रास्ते से हटाने मां व प्रेमी के साथ मिलकर योजना बना ली, और प्रेमी ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।
दीपावली की रात 19 अक्टूबर को दतिया से करीब 20 किमी दूर गांव सलैया पमार के खेतों में अज्ञात बदमाशों ने एक 23 वर्षीय युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। 20 अक्टूबर को मौके परशव के पास मिली शराब की बोतल और नमकीन के पैकेट मिलने से साफ हुआ हत्यारों ने मृतक के साथ पहले शराब पी है, इसके बाद 3 गोलियां मारकर मौत के घाट उतार है। 20 अक्टूबर की सुबह गांव के लोग खेतों पर पहुंचे तो युवक का खून से लथपथ शव मैदान में पड़ा नजर आया। सूचना मिलने पर जिगना और बड़ौनी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। तब तक शव की शिनाख्त नहीं हुई थी, इसलिए अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया। जांच कर रही टीम को सूचना मिली कि ग्वालियर के भितरवार में बरौआ का 23 साल का रॉकी रावत दीपावली के 2 दिन पहले से लापता है। रॉकी का फोटो सलैया पमार के खेतों में मिले शव से मैच कर गया।
एसपी मयंक अवस्थी ने बताया कि शव की शिनाख्त होते ही पुलिस ने बरौआ गांव और रॉकी की ससुराल में सुराग तलाशने शुरू कर दिए। पुलिस को पता चला कि रॉकी का ससुराल वालों से लेनदेन का विवाद था, साथ ही पत्नी लक्ष्मी की गर्भवती के बाद रॉकी ने उसके चरित्र पर भी संदेह जाहिर किया था। पुलिस ने सबसे पहले लक्ष्मी के कॉल रिकॉर्ड खंगाले, इनमें दीपावली की रात पत्नी की रॉकी से बात होने और इसके बाद प्रेमी ध्रुव बुंदेला से चर्चा के सुबूत मिले। इनके आधार पर लक्ष्मी से सख्ती से पूछताछ की, गई तो उसने हत्या का राज खोल दिया।
रॉकी ने मायके में रह रही लक्ष्मी को फोन कर संदेह जताया कि उसकी कोख में किसी और का बच्चा है। इस पर लक्ष्मी ने रॉकी को रास्ते से हटा कर प्रेमी के साथ रहने का फैसला कर लिया। लक्ष्मी ने मां रामदेवी से मिलकर योजना बनाई। रॉकी का लक्ष्मी के भाई वीरेंद्र पर भी कुछ कर्ज था, जिसे रॉकी वापस मांग रहा था, इसलिए लक्ष्मी ने योजना में भाई को भी शामिल कर लिया। लक्ष्मी ने दीपावली से दो दिन पहले रॉकी को फोन कर मायके बुलाया। रॉकी ससुराल पहुंच गया। वहां एक दिन रहा, और दीपावली को घर वापस जाने का फैसला किया। भाई वीरेंद्र उसे 19 अक्टूबर को विदाई से पहले शराब की पार्टी के लिए खेतों पर ले गया। वहां लक्ष्मी का प्रेमी पड़ोसी गांव कलोथरा का ध्रुव बुन्देला भी अपने दोस्त बबलू के साथ वहां पहुंच गया। चारों ने साथ बैठ कर शराब पी, साजिश रॉकी को ज्यादा शराब पिलाई गई। जब रॉकी नशे से बेसुध होने लगा तो ध्रुव बुन्देला ने पिता की 12 बोर की लाइसेंसी बंदूक से रॉकी को 3 गोलियां मारीं, उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी पुलिस रॉकी की पत्नी लक्ष्मी रावत, मां रामदेवी रावत, प्रेमी ध्रुव बुंदेला एवं भाई वीरेंद्र सिंह और प्रेमी के दोस्त बबलू को गिरफ्तार कर लिया।