दतिया । राज्य के जनसम्पर्क एवं संसदीय कार्य विभाग मंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्र ने दतिया विधानसभा क्षेत्र के ग्राम छता में एक करोड़ की लागत से स्वीकृत हाई स्कूल भवन का शिलापट्टिका के अनावरण के साथ शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने किसानों के लिए मध्यप्रदेश शासन द्वारा लागू की गई भावान्तर योजना के संबंध में विस्तार से जानकारी दी तथा किसानों से फसल बीमा योजना का लाभ लेने की अपील की। कार्यक्रम में अपर कलेक्टर आशीष कुमार गुप्ता उपस्थित रहे।
जनसम्पर्क मंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्र ने उपस्थित ग्रामीणजन को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश सरकार आपके बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा तथा अच्छे से अच्छे भवन देने के लिए तैयार है। जरूरत है बच्चों को नियमित रूप से शाला में भेजा जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षा से ही विकास जुड़ा हुआ है। बच्चे शिक्षित होंगे तो गांव विकास की ओर अग्रसर होगा। उन्होंने सभी को शाला भवन के शिलान्यास तथा दशहरा के उपलक्ष्य में सभी को शुभकामनाएं दी। डाॅ. मिश्र ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार किसानों की भलाई के निरंतर प्रयत्नशील है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान द्वारा एक अभिनव पहल करते हुए किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए भावान्तर योजना शुरू की है। इस योजना के तहत किसानों को केवल अपनी उपज का आॅनलाईन पंजीयन करना है। इसके लिए 11 अक्टूबर तक की तारीख तय की गई है। किसान जब अपनी फसल मंड़ी में बेचेगा इस फसल विक्री के मूल्य तथा शासन द्वारा घोषित समर्थन मूल्य में जो भी अंतर रहेगा उस अंतर की राशि मध्यप्रदेष सरकार सीधे किसान के खाते में देगी।
उन्होंने फसल बीमा योजना के संबंध में भी जानकारी दी। गांव के किसानएदल सिंह ने बताया कि उन्होंने भावान्तर योजना में पंजीयन कराया है किसी भी क्योस्क पर जाकर अपने दस्तावेज देकर पंजीयन कराया जा सकता है। कार्यक्रम में जगदीश सिंह यादव एवं रामजी यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर योगेश सक्सैना, जीतू कमरिया, वीर सिंह यादव, सतीष यादव, कुमकुम रावत, मुकेश यादव, शंकुतला जाटव, नेहा रजक सहित अन्य गणमान्यजन जनप्रतिनिधि व ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
सात हितग्राहियों को 25-25 हजार की सहायता दी
जनसम्पर्क मंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्र ने मुख्यमंत्री श्रम कल्याण योजना के तहत सात मजदूरों को उनकी बेटियों की शादी के लिए 25-25 हजार रूपये की सहायता राशि प्रदान की। जिन्हें यह राशि मिली है उनमें नारायण अहिरवार, शिवचरण अहिरवार, मायाराम सेन, बुद्ध सिंह चैहान, शिवचरण रिछारिया, सियाशरण जाटव, कैलाश मौर्य के नाम शामिल हैं। कार्यक्रम का संचालन मनीराम शर्मा द्वारा किया गया।