भोपाल। कान्हा फनसिटी में मां के साथ पिकनिक मनाने गया 4 साल 3 महीने का सार्थक सूरज बाड़गे की स्विमिंग पूल में डूबने से मौत हो गई। वह सेंट मेरी कान्वेंट स्कूल तुलसी नगर में केजी-फर्स्ट का छात्र था। घटना के बाद न तो पार्क में प्राथमिक इलाज की सुविधा थी न ही प्रबंधन ने पीड़ित की मदद की। बच्चे को गोद में लेकर यहां-वहां दौड़ रही मां को देखकर पार्क में परिवार के साथ एक व्यक्ति ही अपनी कार से बच्चे को अस्पताल ले गया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
टीटी नगर निवासी सूरज दीपक बागड़े जनगणना कार्य निदेशालय मध्यप्रदेश, भोपाल के संकल (कंप्लायर) के पद पर हैं। ऑफिस के काम से वह अभी छिंदवाड़ा टूर पर हैं। उनकी पत्नी श्वेता अपनी करीब दर्जन भर सहेलियों के साथ सोमवार दोपहर बच्चों की जिद पर पिकनिक मनाने के लिए कान्हा फनसिटी, मिसरोद पहुंचीं। श्वेता महिलाओं के साथ चेंजिंग रूम चली गईं। कपड़े बदलने के बाद जब उन्हें वहां सार्थक नहीं दिखा तो वे उसे तलाशने लगीं। इस बीच उनके साथ की 12 साल की एक बच्ची ईशा ने पानी में छलांग लगाकर सार्थक को पूल में से बाहर निकाला।
श्वेता के चिल्लाने के बाद भी पूल में मौजूद गार्ड ने न तो मदद की और न ही बच्चे को तलाशने का प्रयास किया। उनकी सहेली की बच्ची ही पूल में से सार्थक को बाहर निकालकर लाई। श्वेता बच्चे को गोद में लेकर मदद के लिए यहां-वहां दौड़ीं। मेडिकल मदद नहीं मिलने से वे नंगे पैर ही बाहर दौड़ीं। एक व्यक्ति अपनी कार से बच्चे को अस्पताल ले गया। सार्थक के नाक से खून निकल रहा था। कुछ देर बाद ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके लंग्स में पानी भर चुका था।