मुंबई ! महाराष्ट्र में 12 नाबालिग आदिवासी छात्राओं से बलात्कार का मामला सामने आया है। ये सभी बुलढाणा के निजी बोर्डिंग स्कूल में पढ़ती हैं। गुरुवार रात पुलिस ने इस मामले में11 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें 7 शिक्षकों समेत स्कूल का स्टाफ शामिल है। ये छात्राएं महीनों तक बलात्कार की शिकार हुईं,इनमें 3 गर्भवती बताई जा रही हैं।
जानकारी के मुताबिक एक खुलासा तब हुआ जब 3 छात्राएं दिवाली की छुट्टी पर अपने घर जलगांव आईं थीं। इसी दौरान उन्होंने पेट दर्द की बात घरवालों को बताई। अस्पताल में जांच के बाद उनके गर्भवती होने का खुलासा हुआ, पुलिस की निगरानी में सभी छात्राओं को अकोला के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी उम्र 12-14 साल के बीच है। एसपी एसडी बाविस्कर ने कहा, घटना दिवाली के पहले हुई, महिला इंस्पेक्टर को पीडि़तों के बयान दर्ज करने के लिए भेजा है। कुल 13 आरोपी हैं, जिनमें 10 शिक्षक भी शामिल हैं। स्कूल स्टाफ को हिरासत में लेकर पूछताछ हो रही है। आरोपियों और पीडि़तों की संख्या भी बढ़ सकती है, मामला बेहद गंभीर है, इसलिए एसआईटी बनाई गई है। जो वरिष्ठ अफसरों की निगरानी में जांच कर रही है। छात्राओं के परिजनों ने हिवरखेड़ा पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है। उनका कहना है कि सभी आरोपियों को उम्रकैद की सजा मिले और कोई भी बख्शा न जाए।
मुख्यमंत्री और मंत्री से मांगा इस्तीफा: इस मामले में एनसीपी नेता नवाब मलिक ने मुख्यमंत्री और महिला बाल विकास मंत्री के इस्तीफे की मांग की है उन्होंने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा है कि राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष ममता शर्मा ने कहा, सरकार को इस मामले में फौरन कार्रवाई करनी चाहिए। महाराष्ट्र में लड़कियों के प्रति अपराध के कई मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन ताजा मामला बेहद गंभीर है।
इस मामले में राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा विजया रहाटकर ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर तेज गति से जांच की मांग की. विजया रहाटकर ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि जिनपर भरोसा कर परिवार वालों ने अपनी बच्ची को पढऩे भेजा उन्हीं लोगों ने विश्वासघात किया है. महिला आयोग ने पुलिस से पूरी रिपोर्ट तलब की है। महिला आयोग की अध्यक्षा जल्द ही बुलढाणा जाएंगी।