मुंबई। बंगाल की खाड़ी में दबाव के चलते चक्रीय तूफान में तब्दील हुआ निसर्ग तेजी से महाराष्ट्र की ओर बढ़ रहा है। भारी तबाही की आशंका के चलते महाराष्ट्र, गुजरात, दादर नगर हवेली में एनडीआरएफ की टीमें तैनात कर सेना को सतर्क रहने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। वहीं महाराष्ट्र, गुजरात में लोगों से घरों में रहने की अपील भी की गई है। मुंबई सहित कई शहरों में हजारों लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है। साथ ही समुद्री इलाकों में प्रतिबंधात्मक आदेश जारी करते हुए महाराष्ट्र व गुजरात सरकार ने लोगों से दो दिनों तक घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की है। साथ ही वसई और पालघर में हजारों झुग्गियां खाली करवा ली गई हैं। तूफान का कर्नाटक में भी भारी असर रहेगा। महाराष्ट्र में 100 साल पहले इतना गंभीर श्रेणी का तूफान आया था, जिसने राज्य में भारी तबाही मचाई थी और कई लोगों की जान चली गई थी। उधर तूफान का राजस्थान के भी कई क्षेत्रों में असर देखा जा रहा है। यहां के आधा दर्जन जिलों में तेज हवा के साथ भारी बारिश की संभावना व्यक्त की जा रही है।
कई राज्यों में जोरदार बारिश
तूफान के असर के चलते मध्यप्रदेश सहित कई राज्यों में भारी बारिश हो रही है। महाराष्ट्र के पुणे में कल हुई जोरदार बारिश के कारण कई निचली बस्तियां जलमग्न हो गईं। उधर कर्नाटक, असम में भी भारी बारिश के चलते काफी नुकसान पहुंचा है। तूफान के पहले ही महाराष्ट्र, गुजरात में लगभग 30 से 35 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलना शुरू हो गई हैं।
मुंबई सतर्क… उड़ानें रद्द
तूफान 13 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से महाराष्ट्र की ओर बढ़ रहा है। यह सबसे पहले अलीबाग में आएगा। मुंबई से गुजरात तक समुद्र किनारे धारा 144 लागू कर उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। उधर गुजरात और दादर नगर हवेली में एनडीआरएफ की टीमें तैनात करते हुए सभी अफसरों व कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। यहां 150 किमी की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जिससे भारी तबाही की आशंका है।