भोपाल ! मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सरकार द्वारा आयोजित मजदूर महापंचायत को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मजदूरों के साथ धोखा करार दिया है।
सिंह ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा है कि मजदूरों के नाम पर उपकर के रूप में सरकार ने 870 करोड़ रुपये वसूल किए और खर्च मात्र 271 करोड़ रुपये किए। साथ ही सिंह ने मांग की है कि जो राशि खर्च की गई है, उसका ब्योरा सरकार जारी करे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि पंचायतें भाजपा नेताओं और उनसे जुड़े ठेकेदारों के लिए लाभ का धंधा बन गई है। टेंट, कुर्सी, माइक, खाना और पीने के पानी से लेकर परिवहन तक में भाजपा नेताओं का कमीशन और ठेका तय है। उन्होंने कहा कि पंचायतों में भीड़ दिखाने के लिए भाजपा कार्यकर्ता शामिल होते हैं।
सिंह ने रविवार को सरकार द्वारा विभिन्न समाचार पत्रों में जारी विज्ञापनों का हवाला देते हुए कहा कि इन विज्ञापनों में मजदूरों के हित के नाम पर उपकर के रूप में जो राशि वसूली गई वह 870 करोड़ रुपये है, जबकि उनके हितलाभ में खर्च की गई राशि मात्र 271 करोड़ रुपये है।
उन्होंने आगे कहा कि 271 करोड़ रुपये मजदूरों के हित पर खर्च की गई होगी इसमें भी शंका है, क्योंकि जिस तरह से श्रमिकों की कल्याण निधि पंचायत के आयोजन पर खर्च करने का प्रयास सरकार ने किया, और उच्च न्यायालय ने उस पर रोक लगाई। इससे यह राशि भी पूरी तरह मजदूरों पर खर्च की गई होगी इसमें संदेह है।