चेन्नै/हैदराबाद….चेन्नै में संघ लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा में नकल करते पकड़े गए आईपीएस अधिकारी शफीर करीम की कहानी बड़ी फिल्मी है। शफीर एक मलयालम फिल्म से बेहद प्रभावित होकर सिविल सेवा की ओर कदम बढ़ाया। इस ऐक्शन थ्रिलर फिल्म में ऐक्टर सुरेश गोपी ने पुलिस कमिश्नर भारत चंद्रन का किरदार निभाया था।
भारत चंद्रन को देखकर करीम इतना प्रभावित हुआ कि उसने भी आईपीएस अधिकारी बनने की ठानी। आईपीएस बनने के बाद करीम के जीवन की गाड़ी चर्चित हिंदी फिल्मी ‘मुन्नाभाई MBBS’ की पटकथा की ओर बढ़ गई। करीम को पुलिस ने चेन्नै के एग्मोर गवर्नमेंट गर्ल्स स्कूल परीक्षा केंद्र से परीक्षा के दौरान ब्लूटूथ की मदद से नकल करते हुए रंगे हाथों पकड़ा।
पुलिस ने आरोपी आईपीएस की पत्नी को भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी आईपीएस की पत्नी जोइसी एन जिया हैदराबाद से ब्लूटूथ के जरिए नकल करा रही थीं। आरोपी आईपीएस की पत्नी ने भी सिविल सेवा की तैयारी की थी और करीम ने उसे पढ़ाया था। पुलिस के मुताबिक केरल निवासी शफीर करीम 2014 में आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) के लिए चुने गए थे। पुलिस ने आरोपी आईपीएस के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक करीम ने अपनी शर्ट में कैमरा लगा रखा था।
जोइसी ने केरल के ला एक्सलेंस आईएएस अकैडमी में कोचिंग किया था। यही पर करीम अकैडमी चला रहा था। वर्ष 2014 में सिविल सेवा परीक्ष पास करने के बाद करीम ने एक मलयालम अखबार से कहा था कि आईपीएस की परीक्षा पास करना एक विडियो गेम की तरह है। उसने कहा था कि अगर आपको ‘तरीके’ और ‘तकनीक’ पता हैं तो सिविल सेवा परीक्षा पास करना आसान है।
एथिक्स में पाए थे अच्छे नंबर
इस पूरे घटनाक्रम में मजेदार बात यह है कि करीम ने वर्ष 2014 की सिविल सेवा परीक्षा में 112 वीं रैंक हासिल की थी और उसे इतनी अच्छी रैंक पाने में एथिक्स के पेपर से मदद मिली थी। एमबीए करने वाले करीम ने दिल्ली से सिविल सेवा की कोचिंग की थी। इसके बाद उसने केरल में अपनी अकैडमी खोल दिया।