भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में मानसून सत्र की शुरूआत 8 जुलाई से होगी। इसके लिए समय तय कर दिया गया है। यह 8 जुलाई से शुरू होकर 26 जुलाई तक चलेगा। प्रदेश की कमलनाथ सरकार विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष का सामना करने से कतरा रही है। कमलनाथ सरकार ने अभी तक का सबसे छोटा बजट सत्र आहूत करने का निर्णय लिया है। 8 से 26 जुलाई तक आहूत होने वाले सत्र में मात्र 15 बैठकें होंगी। विधानसभा सचिवालय ने 20 दिन का सत्र आहूत करने का प्रस्ताव भेजा था। जिसे मुख्यमंत्री सचिवालय ने घटाकर 15 दिन कर दिया है।
ऐसा लगता है कि कमलनाथ सरकार विधानसभा का सामना करने से डरी हुई है। विधानसभा में बजट सत्र ही ऐसा सत्र होता है जिसमें प्रदेश के जन हितेषी मुद्दों पर व्यापक चर्चा होती है। इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही सरकार की खामियों को गिनाने का काम करते हैं। दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में बजट सत्र 40 से 45 दिन का होता था। शिवराज सिंह की सरकार आते-आते बजट सत्र घटाकर 20 से 22 दिन का रह गया। वर्तमान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसे मात्र 15 दिन का कर दिया है। 8 से 26 जुलाई तक आहूत बजट सत्र में मात्र 15 बैठकें होंगी। इसमें भी पहला दिन श्रद्धांजलि में चला जाता है। कुल 14 बैठकों में सदस्य विभिन्न विभागों के बजटे पर चर्चा करेंगे या जनता के मुद्दों को उठाएंगे?