भोपाल | मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में समान काम के बदले समान वेतन की मांग को लेकर चल रहा अध्यापक व संविदा शिक्षकों का बेमियादी आंदोलन रविवार 24 फरवरी को आमरण अनशन में बदल गया है। राज्य के तमाम जिलों में आंदोलन जारी है। राज्य के अध्यापकों व संविदा शिक्षकों ने संयुक्त मोर्चा बनाकर 18 फरवरी से तीन दिवसीय आंदोलन शुरू किया था, जो 21 फरवरी को बेमियादी हड़ताल में बदल गया। अब यह बेमियादी हड़ताल रविवार 24 फरवरी से आमरण अनशन में बदल गया है।
भोपाल में मोर्चा के संयोजक मुरलीधर पाटीदार व बृजेश शर्मा ने रविवार से आमरण अनशन शुरू कर दिया है। इसी तरह आने वाले दिनों में जिला मुख्यालय पर भी आमरण अनशन शुरू हो जाएगा। पाटीदार ने आईएएनएस को बताया है कि आंदोलन का सिलसिला जारी रहेगा। 25 फरवरी को अध्यापक व संविदा शिक्षकों की पत्नियां अपने बच्चों के साथ राजधानी भोपाल में थाली व चम्मच बजाकर आंदोलन करेंगी। राज्य में तीन लाख से ज्यादा अध्यापक व संविदा शिक्षक हैं, और उनके हड़ताल पर चले जाने से राज्य की शालाओं में पढ़ाई पूरी तरह ठप हो गई है। अधिकांश शालाओं में ताले लटके हुए हैं। सरकार ने वेतन में वृद्घि की एलान किया है, मगर आंदोलन कारी इससे संतुष्ट नहीं है। उनका कहना है कि सरकार वादा खिलाफी कर रही है। जब तक उनकी समान काम के बदले समान वेतन की मांग पूरी नही होती है, तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा।