भोपाल ! मध्य प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने शिवराज सरकार पर जल संसाधन विभाग में पांच हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी से राशि का उपयोग आगामी चुनाव में करने वाली है। नेता प्रतिपक्ष सिंह ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चहेते जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव आर.एस. जुलानिया ने पांच हजार करोड़ के टेंडर जारी कर अपने चहेते ठेकेदारों को उपकृत करने में लगे हैं, जिसके एवज में करोड़ों रुपये का लेन-देन हो गया है। बगैर किसी तकनीकी सलाह और प्रक्रिया को पूरी किए बिना 3000 करोड़ रुपये के स्वीकृति आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
नेता प्रतिपक्ष का आरोप है कि जल संसाधन विभाग की योजनाओं का निर्माण एक अत्यंत तकनीकी विषय है। योजना प्रारंभ करने के लिए एक लंबी तकनीकी प्रक्रिया को अपनाया जाता है। इसके अंतर्गत परियोजनाओं का विस्तृत यांत्रिकी तथा जियो टेक्नीकल सर्वेक्षण तथा अन्वेषण करना होता है। इन सभी आवश्यक औपचारिकताओं को दरकिनार कर योजनाओं को मंजूर किया जा रहा है।
सिंह ने बताया कि जल संसाधन विभाग ने न केवल तकनीकि प्रक्रिया को अनदेखा किया बल्कि प्रोजेक्ट के पूर्व न तो भूअर्जन की कार्रवाई की और न ही सेक्शन 4-6 के अंतर्गत नोटिस जारी किए गए। यहां तक कि निर्माण कार्य का नक्शा तक तैयार नहीं किया गया। नहरों और बांधों को बनाने की योजना नक्शे पर तो बना ली लेकिन जमीन कहां और कौन-सी है इसका पता न तो विभाग को है न ही ठेकेदार को।
नेता प्रतिपक्ष ने विभाग से हासिल जानकारी के आधार पर दावा किया कि प्रदेश के बाहर हैदराबाद की एक कंपनी ठेकों में प्रमुख भूमिका निभा रही है। वह मंत्रालय में बैठकर प्रस्ताव तैयार कर अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर रही है।