भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन हंगामे के चलते कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। इसके बाद सदन के बाहर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। कांग्रेस ने मानसून सत्र के दूसरे दिन व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। भाजपा विधायकों ने भी कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी की। विधानसभाध्यक्ष सीता शरण शर्मा ने दो बार सदन की कार्यवाही स्थगित की, मगर हंगामा जारी रहा, लिहाजा सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद कांग्रेस और भाजपा के विधायक बाहर निकले तो उन्होंने एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। नारेबाजी धक्का-मुक्की में बदल गई। धक्का-मुक्की में रजनीश बैस सहित कांग्रेस के तीन विधायक जमीन पर गिर गए। कांग्रेस विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे के नेतृत्व में इसकी शिकायत विधानसभाध्यक्ष से की। इससे पहले प्रश्नकाल से पूर्व ही कांग्रेस विधायक व्यापमं पर चर्चा कराने और मुख्यमंत्री चौहान के इस्तीफे की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। सत्तापक्ष के मंत्री नरोत्तम मिश्रा नियमों का हवाला देते रहे। भाजपा विधायकों ने भी कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी की। विधानसभाध्यक्ष सीता शरण शर्मा ने दोनों पक्षों को शांत रहने की हिदायत दी, मगर उन्हें अनसुना कर दिया गया। लिहाजा विधानसभाध्यक्ष ने कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी। सदन की बैठक जैसे ही दोबारा शुरू हुई, भाजपा विधायकों ने कांग्रेस के रवैये पर हंगामा शुरू कर दिया। वहीं कांग्रेस विधायक व्यापमं को लेकर अपना विरोध दर्ज कराते रहे। हंगामा बढ़ता देख विधानसभाध्यक्ष ने दोबारा कार्यवाही स्थगित कर दी। हंगामे के चलते प्रश्नकाल नहीं हो पाया। तीसरी बार कार्यवाही शुरू होने पर भी हंगामा नहीं थमा तो सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। विधानसभा में हंगामे के बीच सरकार ने तय शासकीय कार्य पूरे कर लिए।