भोपाल ! मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन दिनों सिंगापुर की यात्रा पर हैं। यात्रा के तीसरे दिन मध्य प्रदेश और सिंगापुर के बीच चार करारनामों (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए। राज्य के जनसंपर्क विभाग की ओर से गुरुवार को जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि मुख्यमंत्री चौहान सिंगापुर यात्रा के तीसरे दिन गुरुवार को बिजनेस सेमिनार में शामिल हुए। इस दौरान परस्पर सहयोग देने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इसमें शहरी नियोजन, कौशल विकास, क्लीन एनर्जी एवं खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र शामिल है।
बताया गया है कि मध्यप्रदेश के नगर एवं ग्राम निवेश संचालनालय तथा सिंगापुर कार्पोरेशन इंटरप्राइज के बीच एमओयू हुआ। प्रदेश के तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास विभाग तथा सिंगापुर की आईटीई एजुकेशन सर्विसेज के बीच नवकरणीय ऊर्जा विभाग और सिंगापुर के सेम्बकार्प ग्रीन इन्फ्रा लिमिटेड के बीच भी करार हुआ। इसमें प्रदेश के पश्चिमी भाग में 1000 मेगावट का पवन ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया जाएगा।
इसके अलावा एलटी फूड्स लिमिटेड, इंडिया और डीएसएम न्यूट्रीशन प्रोडक्ट्स, सिंगापुर के बीच भी एमओयू हुआ। इस एमओयू के तहत शहरी नियोजन, क्षमता निर्माण, कौशल प्रशिक्षण और खाद्य प्रसंस्करण संबंधी कार्य किए जाएंगे। साथ ही विभिन्न विकल्पों और प्रस्तावों का अध्ययन कर उन पर विचार किया जाएगा और प्रस्तावित उपक्रमों के कार्य को आगे बढ़ाया जाएगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि मप्र में विकास का रोडमैप बनाकर कार्य किया गया, जिसके सकारात्मक परिणाम आए। प्रदेश बीमारू राज्य की छवि से बाहर आया। प्रदेश अब देश में सबसे तेजी से प्रगति करने वाला प्रदेश बन गया है। उन्होंने प्रदेश में उपलब्ध संसाधन, निवेश की अपार संभावनाएं और प्रदेश की अन्य खूबियां भी बताईं।
इस अवसर पर प्रदेश की उद्योग मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया एवं अन्य प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान 15 जनवरी को स्वदेश के लिए रवाना होंगे।