प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देश को संबोधित किया ये मन की बात का 44वां एपिसोड है, जिसमें उन्होंने खेल पर जोर दिया.
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को उनकी पुण्यतिथि पर याद करते हुए पीएम मोदी ने उन्हें नमन किया. इसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि वीर सावरकर का जन्म मई महीने में हुआ था और उन्होंने ही 1857 की लड़ाई को विद्रोह के बजाय आजादी की लड़ाई कहा था. पीएम ने वीर सावरकर को एक साहसिक क्रांतिकारी की संज्ञा देते हुए उनकी तारीफ में जमकर कसीदे पढ़े.
पीएम मोदी ने कहा, ‘सावरकर जी का व्यक्तित्व विशेषताओं से भरा था. शस्त्र और शास्त्र दोनों के उपासक थे. आमतौर पर वीर सावरकर को उनकी बहादुरी और ब्रिटिश राज के खिलाफ उनके संघर्ष के लिए जानते हैं, लेकिन इस सबके अलावा वे एक ओजस्वी कवि और समाज सुधारक भी थे, जिन्होंने हमेशा सद्भावना और एकता पर बल दिया.
पीएम मोदी ने कहा, ‘अगर हम मानव जाति की विकास यात्रा देखें तो पायेंगे कि किसी-न-किसी एडवेंचर की कोख में ही प्रगति पैदा हुई है. विकास एडवेंचर की गोद में ही तो जन्म लेता है. कुछ लीक से हटकर कर गुजरने का इरादा, कुछ असाधारण करने का भाव, इनसे युगों तक ,कोटि-कोटि लोगों को प्रेरणा मिलती रहती है.’
उन्होंने कहा कि वर्षों से लोग एवरेस्ट की चढ़ाई करते रहे हैं और ऐसे कई लोग हैं, जिन्होंने सफलतापूर्वक इसे पूरा किया है. मैं इन सभी साहसी वीरों को, खासकर के बेटियों को ह्रदय से बहुत-बहुत बधाई देता हूं.
एम मोदी ने अगले महीने आने वाले ईद के त्योहार की भी बधाई दी. उन्होंने कहा, ‘अब से कुछ दिनों बाद लोग चाद की भी प्रतीक्षा करेंगे. चांद दिखाई देने का अर्थ यह है कि ईद मनाई जा सकती है. रमजान के दौरान एक महीने के उपवास के बाद ईद का पर्व जश्न की शुरुआत का प्रतीक है.
मुझे विश्वास है कि सभी लोग ईद को पूरे उत्साह से मनायेंगे. इस अवसर पर बच्चों को विशेष तौर पर अच्छी ईदी भी मिलेगी. आशा करता हूं कि ईद का त्योहार हमारे समाज में सद्भाव के बंधन को और मजबूती प्रदान करेगा. सबको बहुत-बहुत शुभकामनाएं.’
बता दें कि ‘मन की बात ‘ आकाशवाणी पर प्रसारित होता है. इसके जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के नागरिकों को संबोधित करते हैं. इसका पहला प्रसारण 3 अक्टूबर 2014 को हुआ था.