भोपाल ! मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता के. के. मिश्रा ने व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) द्वारा आयोजित परिवहन आरक्षक (कांस्टेबल) भर्ती परीक्षा में असफल रहे 112 प्रतिभागियों को नौकरी दिए जाने का आरोप लगाते हुए स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) के प्रमुख चंद्रेश भूषण को दस्तावेज सौंपे हैं। मिश्रा ने मंगलवार को एसआईटी प्रमुख से उनके कार्यालय में जाकर अपना पक्ष रखा और कुछ दस्तावेज सौंपे। मिश्रा का दावा है कि उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत जो दस्तावेज हासिल किए हैं, उनसे पता चलता है कि व्यापमं द्वारा आयोजित परीक्षा में असफल रहे 112 युवकों को गृह विभाग ने आरक्षक के पद पर तैनात कर दिया है। इन सभी छात्रों के व्यापमं के दस्तावेजों में ‘नॉट सलेक्ट’ लिखा हुआ है। मालूम हो कि उच्च न्यायालय के निर्देश पर विशेष कार्यदल (एसटीएफ) द्वारा व्यापमं घोटाले की जांच की जा रही थी, कांग्रेस के नेताओं सहित अन्य लोगों ने एसटीएफ पर ही सवाल उठाए और पूरे प्रकरण की केंदीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराए जाने की मांग को लेकर याचिकाएं दायर की गई। याचिका की सुनवाई कर न्यायालय ने एसआईटी के निर्देशन में एसटीएफ को जांच करने के निर्देश दिए। अब एसआईटी के निर्देशन में जांच चल रही है।