भोपाल। आयकर विभाग की आधार कार्ड से पैन कार्ड को लिंक करने की मुहिम से डुप्लीकेट पैन कार्ड बंद हो जाएंगे। विभाग ने 31 मार्च तक समय दिया है।
इसके बाद भी यदि पैन-आधार लिंक नहीं कराया गया तो पैन कार्ड कैंसिल भी हो सकता है। ऐसी स्थिति में आयकर विवरण दाखिल करने में परेशानी तो होगी ही, हाउसिंग लोन व सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल सकेगा।
मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ में अभी डेढ़ करोड़ से अधिक पैन कार्डधारी हैं। जबकि आयकर विवरण भरने वालों की संख्या करीब 38 लाख ही है।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि पैन कार्ड को आधार से लिंक करते ही जो लोग दो-दो पैन कार्ड उपयोग कर रहे हैं, वे चिन्हित हो जाएंगे। डुप्लीकेट पैन तुरंत ही बंद हो जाएंगे।
उन्होंने कहा कि पैन का उपयोग महज पहचान पत्र के रूप में किया जाना ठीक नहीं। यदि पैन कार्ड अमान्य हो गया तो आयकर विवरण जमा नहीं हो सकेगा।
इसके अलावा बैंक खाते से ऐसा कोई भी बड़ा लेनदेन, जिसमें टीडीएस की कटौती होती हो, वह भी बिना पैन नंबर के प्रक्रिया में नहीं आ पाएगा।
आयकर विभाग ने मप्र-छग में इस साल नए करदाता जोड़ने के लिए मुहिम भी चलाई है। इसके तहत अब तक छह लाख 23 हजार करदाता जुड़ गए हैं।
सीबीडीटी की ओर से मप्र-छग के लिए 31 मार्च तक 6 लाख 85 हजार नए करदाताओं को जोड़ने का टारगेट दिया गया है। आयकर विभाग का दावा है कि वित्त वर्ष समाप्ति तक यह लक्ष्य पूरा हो जाएगा और नए करदाता बढ़ने से टैक्स कलेक्शन भी बढ़ेगा।