जबलपुर | मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में पुलिस के विशेष संगठन लोकायुक्त द्वारा बुधवार को दी गई दबिश में काली कमाई के एक और कुबेर का खुलासा हुआ है। महज आठ हजार रुपये की पगार पाने वाला सोसाइटी मैनेजर दो करोड़ रुपये की संपत्ति का मालिक निकला। जबलपुर के लोकायुक्त निरीक्षक प्रभात शुक्ला ने बताया कि सिवनी जिले की पाखरकला सोसाइटी (समिति) के मैनेजर सत्य नारायण बघेल के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायतें प्राप्त हो रही थीं। समिति के माध्यम से ही धान व गेहूं की खरीदारी के अलावा किसान क्रेडिट कार्ड बनाए जाते हैं।
शुक्ला के अनुसार, लोकायुक्त टीम ने बुधवार को साजन बाड़ा स्थित तीन आवास सहित उसके कार्यालय में दबिश दी। दबिश के दौरान उसके पास से तीन मकान सहित छह एकड़ का कृषि फार्म, आधा से ढाई हेक्टेयर तक के नौ कृषि भूखंड, पांच बैंक एकाउंट और चार वाहन के दस्तावेज मिले हैं।
लोकायुक्त की जांच में पता चला है कि बघेल की नियुक्ति वर्ष 1987 में सेल्समैन के पद पर हुई थी। उस दौरान उसे प्रतिमाह छह सौ रुपये तनख्वाह मिलती थी। वर्तमान में उनका वेतन लगभग आठ हजार रुपये है। लोकायुक्त ने बघेल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।