ग्वालियर । मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर ग्वालियर के केन्द्रीय जेल में सजा काट रहे 1782 बंदियों की सजा में दो माह की माफी दी गई है। यह माफी जेल में बंद सजाफ्ता कैदियों को उनके अच्छे आचरण के लिये दी गई है।
इसी क्रम में ग्वालियर केन्द्रीय जेल से दो बंदियों को रिहा भी किया गया तथा स्थापना दिवस के अवसर पर जेल परिसर में आयोजित कार्यक्रम में बंदियों को भविष्य में अपराध न करने की शपथ भी दिलाई गई। यह कार्यक्रम जेल अधीक्षक नरेन्द्र प्रताप सिंह, उप अधीक्षक संतोष उपाध्याय, प्रभात कुमार, सी एल प्रजापति की उपस्थिति में आयोजित किया गया।
उप अधीक्षक संतोष उपाध्याय ने बताया कि ग्वालियर केन्द्रीय जेल परिसर में कैदियों के लिये बेहतर सुविधायें मुहैया कराने का कार्य लगातार किया जा रहा है। जेल में बंदियों के पारिश्रमिक की राशि बैंक खातों में जमा करने के लिये उनके बैंक खाते खुलवाये गये हैं। इस राशि का उपयोग बंदियों द्वारा अपने पारिवारिक और न्यायालयीन कार्यों में किया जाता है।
केन्द्रीय जेल ग्वालियर में बंदियों को उनके परिजनों से मुलाकात कराने हेतु जेल में आधुनिकीकरण के अंतर्गत टेलीफोन के माध्यम से विचाराधीन बंदियों को सप्ताह में दो दिवस एवं दण्डित बंदियों को एक दिवस मुलाकात की सुविधा दी गई है। इस प्रकार मुलाकात की सुविधा से बंदियों एवं उनके परिजनों को अत्यंत हर्षपूर्ण माहौल निर्मित हो रहा है। बंदियों को शासन द्वारा 42 दिवस की छुट्टी वर्ष में दी जाती है तथा परिवार में विवाह एवं मृत्यु के मामलों में क्रमश: 10 दिवस एवं 15 दिवस की आपात छुट्टी दी जाती है। एक जनवरी 2017 से 31 अक्टूबर 2017 तक 587 बंदी पैरोल छुट्टी पर छोड़े गए हैं।
केन्द्रीय जेल ग्वालियर में निरूद्ध बंदियों के स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुए जेल परिसर के अंदर योगा, पीटी कार्यक्रम का आयोजन कर प्रतिदिन अभ्यास कराया जाता है, जिससे बंदियों का स्वास्थ्य उत्तम रहता है तथा बंदियों के मनोरंजन को दृष्टिगत रखते हुए समय-समय पर शहर की सामाजिक संस्थाओं द्वारा धार्मिक प्रवचन, रंगारंग कार्यक्रम एवं अन्य आयोजनों की प्रस्तुति दी जाती है। अभी हाल ही में गणेशोत्सव, नवदुर्गा महोत्सव, दशहरा, ईद एवं दीपावली जैसे धार्मिक त्यौहारों का आयोजन केन्द्रीय जेल ग्वालियर परिसर में बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया गया, जिससे बंदियों में हर्ष, स्नेह तथा सौहार्द्र का वातावरण बना हुआ है।

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