भोपाल मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण गंभीर रूप लेता जा रहा है. एक तरफ इंदौर और भोपाल सहित प्रदेश के कई शहरों में इस वायरस से संक्रमित लोगों का आंकड़ा एक हजार के करीब पहुंचने की ओर बढ़ता दिख रहा है. वहीं वायरस की रोकथाम में लगा स्वास्थ्य विभाग खुद इसकी चपेट में आता दिख रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक सरकारी आंकड़ों की मानें तो अब तक भोपाल में स्वास्थ्य विभाग के 94 अधिकारी व कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. अखबार की रिपोर्ट के अनुसार विभाग से कुल 166 ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें से 94 में संक्रमण के लक्षण की पुष्टि हुई है.
कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले में देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर से सामने आए हैं, जहां पिछले महीने की 25 मार्च से ही इस बाबत सावधानी बरती जा रही है. इंदौर में कोरोना की रोकथाम में लगे पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के भी लगातार वायरस की चपेट में आने की खबरें मिल रही हैं. बुधवार को ही शहर के पूर्वी क्षेत्र के एक थाना प्रभारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इससे पहले जिले के एक एएसपी में भी संक्रमण मिला था. बड़ी संख्या में पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों के वायरस संक्रमित होने के बाद सरकार ने जांच के निर्देश दिए हैं.
मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को जारी अपने हेल्थ बुलेटिन में बताया है कि मंगलवार से लेकर बुधवार तक कोरोना वायरस से जुड़े 197 मामले प्रदेश में सामने आए हैं. इसके साथ ही प्रदेश में अब कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 987 पर पहुंच गई है, जिनमें 870 एक्टिव केस हैं. कोरोना वायरस की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या प्रदेश में 53 है. वहीं, अभी तक सिर्फ 64 मरीज ही ठीक होकर अपने घर लौट सके हैं. अखबार ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने वालों में मध्य प्रदेश के 52 जिलों में से 26 में इस महामारी का प्रकोप देखा जा रहा है.
मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस की रोकथाम में जुटे पुलिस-प्रशासन और अन्य विभाग के कर्मियों के लगातार संक्रमित होने की खबरों से प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार भी परेशान है. खासकर पुलिसकर्मियों के लगातार संक्रमित होने की खबरों के बाद सीएम शिवराज ने निर्देश दिए है कि लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने में जुटे पुलिसकर्मी खुद भी सावधानी बरतें. इसके अलावा अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) मो. सुलेमान ने प्रदेश में कोरोना की जांच को लेकर भरोसा दिलाया है कि टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाएगी. आपको बता दें कि राज्य में स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों के कोरोना पॉजिटिव होने को लेकर प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने भी सरकार पर निशाना साधा है. पूर्व सीएम कमलनाथ ने कुछ दिन पहले मीडिया के साथ बातचीत में कहा था कि मौजूदा हालात को देखते हुए भी प्रदेश में स्वास्थ्य मंत्री का पद खाली होना, सरकारी की लापरवाही को दर्शाता है.