भोपाल ! मध्यप्रदेश में जारी मूसलाधार बारिश से कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। नदी-नाले उफान पर हैं, सड़कों पर पानी आ जाने से आवागमन बाधित हो रहा है, और घरों में पानी घुसने से मुसीबतें बढ़ गई हैं। कई गांवों का अन्य क्षेत्र से संपर्क टूट गया है। पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए सेना और हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है। राज्य के अधिकांश इलाकों में बीते 48 घंटों से बारिश का क्रम बना हुआ है, कहीं रिमझिम तो कहीं भारी बारिश हुई है। इसके चलते सभी प्रमुख नदियों- नर्मदा, बेतवा, जामनी, धसान, कोपरा आदि का जलस्तर काफी बढ़ गया है। वहीं स्थानीय नाले उफान पर हैं। भारी बारिश के कारण पन्ना जिले के दो बांधों में दरार आ गई है और भारी पानी बह रहा है, वहीं सागर में एक नहर के टूटने से गनियारी गांव में पानी भर गया है।
सतना जिले के कई गांवों में पानी भर गया है। शहरी इलाकों की सड़कों और घरों में पानी आ जाने से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। धनेहा गांव का तालाब उफन गया है, तो कैमरो नदी का पुल टूटने से आवागमन बाधित हो रहा है।
उधर, रीवा में बकिया बांध से पानी छोड़ जाने से कई नदियां उफान पर हैं। बुधवार को यहां के सेमरिया क्षेत्र के पूर्वा फॉल में पांच युवक बह गए, इसके अलावा गुरुवार को सिरमौर में मछली पकड़ने गए पांच लोगों को जान बचाने पेड़ पर चढ़ना पड़ा है।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व (एसडीएम) धर्मेद्र मिश्रा ने आईएएनएस को बताया कि उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए सेना की मदद ली गई है, हेलीकॉप्टर भी बुलाया गया है।
राज्य में छतरपुर, टीकमगढ़, सागर, दमोह, रायसेन, विदिशा, होशंगाबाद आदि स्थानों पर भी जेारदार बारिश हुई है, जिसके चलते जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। दमोह में दो गांव खाली कराए गए हैं। इसी तरह बैतूल मे सतपुड़ा बांध के सात गेट खोले जाने से कई गांव का संपर्क टूट गया है।
मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, सतना, रायसेन, होशंगाबाद, गुना, अशोकनगर, बैतूल, विदिशा, राजगढ़ आदि स्थानों पर भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है।