भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा विधायक द्वारा सरकारी अधिकारी की बल्ले से पिटाई को सोशल मीडिया पर जिस तरह से सही ठहराया गया, नेताओं के हौंसले बढ़ गए हैं। दमोह में एक नेता ने कंधे पर बल्ला रखकर अधिकारी को धमकाया तो सतना में नपाध्यक्ष व समर्थकों ने सीएमओ को लाठियों से मरणसन्न कर दिया। अब तेलंगाना में भी नेताओं ने महिला फॉरेस्ट गार्ड को लाठियों से पीट दिया।

तेलंगाना में सत्तारूढ़ पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किया गया है। टीआरएस के कार्यकर्ताओं ने पुलिस और महिला वन रक्षकों की बुरी तरह पिटाई कर दी। यह घटना सूबे के कोमाराम भीम आसिफाबाद जिले के सिरपुर कागजनगर इलाके की है। आरोप है कि हमलावरों का नेतृत्व टीआरएस के विधायक कोनेरु कोनप्पा के भाई कृष्णा कर रहे थे। कृष्णा के नेतृत्व में टीआरएस कार्यकर्ताओं ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। हमलावरोें ने महिला वन रक्षकों को भी नहीं बख्शा। महिला वनकर्मियों के साथ भी मारपीट की। इस हमले में घायल वन विभाग के एक अधिकारी ने कहा, श्मुझ पर कृष्णा ने हमला किया। वो विधायक कोनेरु कोनप्पा के भाई हैं।

बताया जाता है कि कृष्णा स्थानीय निकाय के चेयरमैन भी हैं। गौरतलब है कि किसी नेता द्वारा किसी अधिकारी-कर्मचारी पर हमला किए जाने का यह पहला मौका नहीं है। अभी हाल ही में मध्यप्रदेश में भी भारतीय जनता पार्टी के पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र और इंदौर से विधायक आकाश विजयवर्गीय ने भी नगर निगम के एक कर्मचारी की क्रिकेट के बल्ले से पिटाई की थी। चौंकाने वाली बात यह है कि इस घटना के बाद विधायक की हिंसक कार्रवाई को सोशल मीडिया पर उचित ठहराया गया एवं जेल से रिहा होने पर किसी क्रांतिकारी की तरह विधायक का स्वागत किया गया।

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