मध्यप्रदेश में कोरोना पीडितों की संख्या बढने से पुलिस ने दिखाई शक्ति
भोपाल। मध्यप्रदेश में मंगलवार को कुल 38 पीडितों की पॉजिटिव रिपोर्ट सामने आई है। इसके साथ ही पूरे प्रदेश में कोरोना वायरस पीडित मरीजों की संख्या 290 हो गई है। सबसे ज्यादा भोपाल में 19 पॉजिटिव आए हैं। इनमें से 12 स्वास्थ्य विभाग से हैं। इसके बाद ग्वालियर चंबल में 6 पॉजिटिव केस आए हैं। इंदौर में दो एवं देवास में एक कोरोनावायरस पीडित मरीज की मौत हो गई। पूरे प्रदेश में मृतकों की संख्या 22 हो गई है।
भोपाल में सर्वाधिक 19 नए मरीज मिले, जबकि इंदौर में 9, ग्वालियर-चंबल अंचल में 6 व उज्जैन में 3 पॉजिटिव मिले हैं। भोपाल में 12 और स्वास्थ्यकर्मी पॉजिटिव पाए गए मंगलवार शाम तक भोपाल में कोरोना वायरस के 19 और मरीज मिले हैं। इनमें 12 स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और 5 पुलिसकर्मी व उनके परिवार के लोग हैं।
इस तरह कुल 41 स्वास्थ्यकर्मी और और 15 पुलिसकर्मी व उनके स्वजन पॉजिटिव मिले हैं। अन्य कोरोना पीडितों में 20 जमाती व छह अन्य हैं। इटारसी का डॉक्टर भी संक्रमित इटारसी में होशंगाबाद जिले का पहला कोरोना पॉजिटिव केस सामने आया है। यहां डॉ. नटवरलाल हेडा (69वर्ष) कोरोना पीडित पाए गए हैं। उनका भोपाल स्थित एम्स में इलाज चल रहा है।
जबलपुर प्रदेश में एकमात्र शहर है, जहां कोरोना पॉजिटिव का आंकडा जस का तस है। कुल आठ रोगी थे। इनमें से तीन की छुट्टी पहले हो चुकी है और मंगलवार को एक और को डिस्चार्ज कर दिया गया। शेष चार का इलाज चल रहा है। उनकी हालत ठीक बताई गई है।
ग्वालियर-चंबल अंचल में मंगलवार को छह नए कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। ग्वालियर में चार और मुरैना और श्योपुर में एक-एक पॉजिटिव मिले हैं। इसके साथ ही अंचल में कुल 23 पॉजिटिव हो गए हैं। हालांकि इसमें से ग्वालियर के 2 और शिवपुरी के 2 कोरोना पॉजिटिव स्वस्थ हो गए हैं। श्योपुर में पहली बार पॉजिटिव मिला है।
बताया जाता है कि लॉकडाउन के दौरान 27 मार्च को उनका बेटा इंदौर से चोरी छिपे श्योपुर आ गया था। उसे खांसी, जुकाम व बुखार हुआ फिर भी उसकी जानकारी परिजनों ने प्रशासन से छिपाई। पिता ने ही उसका इलाज किया। बेटा तो ठीक हो गया लेकिन पिता बीमार हो गए। हालत खराब होने पर उन्हें सोमवार को ही ग्वालियर रैफर किया गया था। जहां मंगलवार को कोरोना की पुष्टि होते ही कलेक्टर प्रतिभा पाल ने श्योपुर की सीमा सील कर कफ्र्यू लगा दिया है।