इंदौर। मध्यप्रदेश के दो दर्जन से ज्यादा जिलों के किसानों पर रविवार की सुबह आफत बनकर आई। अचानक मौसम बदला। अंधड़, तेज बारिश और ओलावृष्टि ने खेतों में पककर तैयार हो खड़ी फसल को नुकसान पहुंचाया है। कई जगह 10 से 15 मिनट तक ओले गिरे।
इसी दौरान आसमानी बिजली गिरने से छह लोगों को जान चली गई। मुरैना के जौरा में खेत में पानी दे रहे दो लोगों की मौत हुई और दो घायल हो गए। वहीं दतिया के सेवढ़ा, भिंड के मछंड, छतरपुर के खजवा के भोरयनपुरवा और सागर के देवरी में बिजली गिरने से एक-एक मौत हुई है।
भोपाल के आसपास 12 जिलों होशंगाबाद, सीहोर, विदिशा, गुना, राजगढ़, बैतूल, हरदा व रायसेन के ग्रामीण अंचल में ओलावृष्टि से गेहूं, चना, मसूर और धनिया की फसलों को 20% नुकसान होने की आशंका है।
अंचल में देवास और खंडवा जिले में तबाही
मालवा-निमाड़ अंचल में भी रविवार को मावठे के साथ ओले गिरे। देवास जिले में गेहूं की फसल आड़ी हो गई। ग्राम अमेली में खेत पर काम कर रहे एक ही परिवार के 6 सदस्य सिर पर ओले गिरने से घायल हो गए। खातेगांव, हरणगांव और नेमावर क्षेत्र में बारिश व ओलों ने तबाही मचाई। चने की घेंटियां खिर गई। खंडवा शहर सहित, पंधाना, सिहाड़ा में आंधी के साथ ओले गिरने से खेतों में सफेद चादर बिछी नजर आई। शाजापुर, शुजालपुर, कालापीपल में रुक-रुककर बारिश हुई।
इंदौर में छाए रहे बादल, दोपहर में बूंदाबांदी
उत्तर-पश्चिम से आ रही हवा के कारण प्रदेश सहित जिले में भी बादल छाए रहे। इनके छाने और हटने का असर तापमान में उतार-चढ़ाव के रूप में दिखा। रविवार को अधिकतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 13.6 डिग्री दर्ज किया गया। हवा की रफ्तार 18 किलोमीटर प्रति घंटा रही। बादलों के छाने से 57 प्रतिशत नमी दर्ज हुई। दोपहर में शहर के कई इलाकों में बूंदाबांदी हुई।
राजस्थान और विदर्भ की हवाएं मप्र में टकराई
मौसम केंद्र भोपाल के रडार इंचार्ज वेदप्रकाश सिंह के मुताबिक ऊपरी हवा के चक्रवात से बने पश्चिमी विक्षोभ के कारण दो दिन पहले एक सिस्टम राजस्थान और एक विदर्भ में बनना शुरू हुआ था। दोनों ओर से चली हवाएं रविवार सुबह लगभग सात बजे मध्यप्रदेश और मध्यभारत के हिस्से में आकर आपस में टकराई।
आज भी गिर सकते हैं ओले
भोपाल, होशंगाबाद, ग्वालियर, जबलपुर संभाग के कुछ हिस्सों, इंदौर-उज्जैन संभाग में राजगढ़, शाजापुर, देवास और खंडवा तथा सतना, कटनी, रीवा में सोमवार को भी ओले गिर सकते हैं।
ओलों का पूर्वानुमान नहीं लगा
मौसम विभाग के अनुसार ओलावृष्टि का पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सका, क्योंकि रडार के जरिए तीन से छह घंटे पहले ही सटीक जानकारी मिल पाती है। प्रदेश में बारिश की संभावना जता दी गई थी।
एक घंटे पहले मिली सूचना
दरअसल, प्रदेश में रविवार सुबह 8.30 बजे से ओलावृष्टि शुरू हुई। मौसम विभाग को इसकी सूचना रडार के जरिये सुबह करीब 7 बजे मिली और एक घंटे बाद उसने अलर्ट भी जारी किया।
ओलावृष्टि से भोपाल में एक युवक की मौत!
भोपाल के गोविंदपुरा में रविवार को दोपहर को ओले गिरने से एक युवक की जान चली गई। पीएम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा। पुलिस के अनुसार 40 वर्षीय मांगीलाल मालवीय बरखेड़ा पठानी में रहता था। वह चौकीदारी करता था। रविवार दोपहर को वह आंगन में खड़ा था। ओले गिरने से वह संभल नहीं पाया और आंगन में गिर पड़ा।