भोपाल। मध्यप्रदेश में अब तक एक लाख पाँच हजार से अधिक वॉलेंटियर्स ने राज्य सरकार के सहयोगी बन कर कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवा है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 5 अप्रैल को ‘‘मैं कोरोना वालेंटियर’’ योजना को शुरू कर समाज सेवी संस्थाओं से आव्हान किया था कि कोरोना संक्रमण को रोकने और समाज में जन-जागरूकता लाने के लिये सहभागी बनें। इसके बाद प्रदेश के सभी जिलों से एक लाख पाँच हजार से अधिक लोग कोरोना वॉलेंटियर बनने के लिए लोग आगे आए।

  ये वालेंटियर जन अभियान परिषद् के नेतृत्व और कलेक्टर के मार्गदर्शन में वैक्सीनेशन, मास्क जागरूकता, चिकित्सा सुविधा और होम आइसोलेशन जैसे कार्यों में प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार मंदसौर जिले में 100 से अधिक महिला वॉलेंटियर्स मिलकर टीकाकरण, मास्क वितरण, पोस्टर वितरण, सेनेटाइजर वितरण तथा दुकानों पर फ्लेक्स और बैनर लगवाने का काम निरन्तर कर रही हैं। छिंदवाडा जिले में कोरोना वॉलेंटियर्स गाँव-गाँव और घर-घर जाकर होम आइसोलेशन के मरीजों को कोरोना-किट उपलब्ध करवा रही हैं।  

महिला वॉलेंटियर्स द्वारा स्वयं पहल कर गाँव में नया टीकाकरण केंद्र बनाया गया। मृत कोविड मरीजों के प्रोटोकॉल अनुसार दाह-संस्कार कार्य में भी महिला वॉलेंटियर्स सहयोग कर रही हैं। इसी तरह धार जिले में कोरोना वॉलेंटियर्स ने अपने स्वयं के व्यय से पूरे ग्राम में दो दिन तक सेनेटाइजर का छिड़काव और 500 से भी ज्यादा मास्क वितरित किये हैं। इसके अलावा टीकाकरण कार्य, जन-जागरूकता के लिए पोस्टर वितरण और नारे लेखन जैसे कार्य गाँव-गाँव जाकर किये जा रहे हैं, ताकि गाँव संक्रमण से बचें रहें।

  राजगढ़ जिले में कोरोना वॉलेंटियर्स शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 5 हजार से अधिक मास्क का वितरण कर चुके है। साथ ही 12 हजार से अधिक लोगों के टीकाकरण में भी सहयोग किया है। जिले में ‘पहला टास्क-मुँह पर मास्क’ नारे के साथ रोका-टोकी की जा रही है, ताकि कोई भी व्यक्ति बिना मास्क के घर से बाहर नहीं निकले। जबकि शहडोल जिले में कोरोना वाँलेंटीयर्स द्वारा प्रतिदिन 250 से 300 पैकेट भोजन जरुरतमंदों को वितरित किये जा रहे हैं।

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