
मध्यप्रदेश को कृषि के क्षेत्र में 18 प्रतिशत दर से विकास के लिए सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से प्रदेश के कृषि मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया ने राष्ट्रपति महोदय से सम्मान प्राप्त किया।
डॉ. कुसमरिया ने सम्मान ग्रहण करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में कृषि के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है और कृषकों के उत्थान के लिए कई ठोस निर्णय लिये गये हैं। मुख्यमंत्री की पहल पर ही कृषि को लाभ का धंधा बनाने के लिए विशेष प्रयास किये गये हैं। गत वर्ष कृषि क्षेत्र में विकास दर 18.68 प्रतिशत रही जो देश तथा अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक है। मुख्यमंत्री द्वारा कृषि से जुड़े मुद्दों पर नीतिगत निर्णय लेने के लिए कृषि केबिनेट का गठन किया गया है। इसके साथ ही प्रदेश में सहकारी समितियों द्वारा कृषकों को शून्य की दर पर ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है। किसान क्रेडिट कार्ड किसानों को दिये जा रहे हैं। बलराम तालाब योजना में एक लाख रुपये की सहायता राशि भी उपलब्ध करवायी जा रही है।
डॉ. कुसमरिया ने बताया कि मध्यप्रदेश में कृषि प्र-संस्करण की अपार संभावनाएँ हैं जिनका दोहन किया जाना बाकी है। इसके लिए डॉ. कुसमरिया ने उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में उद्योग लगाने के लिए आमंत्रित किया। इसके साथ ही प्रदेश में ऑर्गेेनिक फार्मिंग को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। साथ ही ऑर्गेनिक खाद के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। गाँव में किसानों के लिए बिजली की 24 घंटे आपूर्ति के लिए कई ठोस कदम उठाये जा रहे हैं जिसमें प्रमुखतः फीडर सपरेशन करवाया जा रहा है। कृषि मंत्री ने हाल ही में इंदौर में सम्पन्न इन्वेस्टर्स मीट का जिक्र करते हुए कहा कि मीट में कृषि उद्योग के लिए लगभग 34 हजार करोड़ के करार किये गये हैं। डॉ. कुसमरिया ने जल आपूर्ति के लिए नर्मदा को शिप्रा नदी से जोड़ने की अभिनव योजना की भी जानकारी कार्यक्रम में दी।