भोपाल। मध्यप्रदेश की विधानसभा में अब जनता सरकार से सवाल पूछेगी। कांग्रेस सरकार प्रदेशवासियों को यह अधिकार देने जा रही है। इसके लिए प्रश्नकाल, ध्यानाकर्षण और शून्यकाल की तर्ज पर आधे घंटे का जनता प्रहर शुरू होगा। इसमें जनता के सवालों का जवाब संबंधित विभाग के मंत्री सदन में ठीक उसी तरह से देंगे, जैसे विधायकों के सवाल का दिया जाता है।
प्रश्नों का चयन लॉटरी के जरिए होगा और जिसके प्रश्न चुने जाएंगे, उसे प्रश्न चर्चा में आने के दिन अध्यक्षीय दीर्घा में मौजूद रहने का मौका भी मिलेगा ताकि वो भी पूरी प्रक्रिया को देख सके। इसके लिए संसदीय कार्य विभाग के प्रस्ताव पर संसदीय कार्यमंत्री डॉ.गोविंद सिंह ने मुहर लगा दी है। शुक्रवार को इसे अंतिम मंजूरी के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ को भेज दिया गया है। विभाग के प्रमुख सचिव अजीत केसरी ने जनता प्रहर के प्रस्ताव की पुष्टि की है।
कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान जनता को सीधे मंत्रियों से सवाल पूछने का अधिकार देने का वचन दिया था। सूत्रों के मुताबिक विधानसभा में जिस तरह अभी प्रश्नकाल, ध्यानाकर्षण और शून्यकाल होता है, उसी तरह जनता प्रहर रखा जाएगा। यह आधे घंटे का रहेगा। इसके लिए विधानसभा सचिवालय सत्र शुरू होने से पहले जनता से प्रश्न बुलवाएगा।
प्रश्न आने पर उन्हें संबंधित विभागों को उत्तर देने के लिए भेजा जाएगा। उत्तर आने के बाद सचिवालय लॉटरी पद्धति से प्रश्नों को चुनेगा। ये 15 से 25 तक हो सकते हैं। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जनता प्रहर कब से शुरू होगा, इस पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री कमलनाथ करेंगे।
संसदीय कार्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जनता के सवाल सदन में कौन पूछेगा, यह विधानसभा की नियम समिति तय करेगी। इसके लिए नियमों में संशोधन भी करना होगा। जो प्रश्न चर्चा में नहीं आएंगे, उनके निराकरण की प्रक्रिया भी समिति ही तय करेगी। आमतौर पर प्रश्नकाल में पूछे जाने वाले सवाल पर दो पूरक पूछे जाते हैं, जनता प्रहर में इसका स्वरूप क्या होगा, यह अभी तय होना है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में विधानसभा में आधे घंटे का मुख्यमंत्री प्रहर शुरू किया गया था। इसमें कोई भी सदस्य किसी भी विषय में बिना पूर्व सूचना दिए सवाल कर सकता था। इसका फायदा यह था कि पूरा प्रशासन चौकन्ना रहता था और मुख्यमंत्री के साथ मंत्री भी विभाग के साथ प्रदेश में चल रही गतिविधियों से अपडेट रहते थे।
वहीं, 14वीं विधानसभा में अध्यक्ष डॉ.सीतासरन शर्मा ने अभ्यावेदन के जरिए विधानसभा के दरवाजे आम आदमियों के लिए खोले थे। इसमें वे व्यक्ति, जिन्हें कहीं से भी न्याय नहीं मिला वे अभ्यावेदन के जरिए याचिका समिति के सामने अपनी बात रख सकते हैं। इस व्यवस्था से कईयों को न्याय भी मिल चुका है।
संसदीय कार्यमंत्री डॉ.गोविंद सिंह ने जनता प्रहर शुरू करने की तैयारियों की पुष्टि करते हुए कहा कि हमने वचन पत्र में जो भी वादे किए हैं, उन्हें पूरा किया जाएगा।