भोपाल। मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज विधानसभा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘रिफार्म, परफॉर्म और ट्रांसफार्म’ का मंत्र ही राज्य सरकार का मिशन है और इक्कीसवीं सदी को ‘भारत और मध्यप्रदेश की सदी’ बनाने का हमारा संकल्प आत्मनिर्भर राज्य के निर्माण से ही साकार होगा। पटेल ने बजट सत्र की शुरूआत के मौके पर अपने अभिभाषण में यह बात कही। लगभग 40 मिनट में उन्होंने 39 पेज का अभिभाषण पढ़ा और कहा कि ‘आत्मनिर्भर राज्य’ के निर्माण को साकार करने के लिए सभी प्रदेशवासियों का वे आव्हान करती हैं।
अभिभाषण की शुरूआत में राज्यपाल ने कहा कि देश की आजादी का अमृत महोत्सव प्रारंभ हो चुका है। आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की आधारशिला के रूप में नए संसद भवन की नींव का पत्थर रख दिया गया है। मोदी के कुशल और प्रभावी नेतृत्व में देश आशाओं और विश्वास की एक नयी करवट ले रहा है। राज्यपाल ने मौजूदा 11 माह की सरकार की उपलब्धियां गिनायीं और यह भी बताया कि जब सरकार का गठन हुआ, कोरोना के अभूतपूर्व संकट के चलते स्थितियां पूरी तरह विपरीत नजर आ रही थीं।
ऐसे कठिन दौर में मोदी करोड़ों भारतीयों के लिए आशा और विश्वास की किरण के रूप में सामने आए और इसी वजह से जन जन को कोरोना से जंग जीतने का सकारात्मक संदेश मिला। इसके चलते राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण की त्वरित एवं प्रभावी रोकथाम के लिए आईडेंटीफिकेशन, आइसोलेशन, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट (आईआईटीटी) की रणनीति अपनायी और धीरे धीरे इस रोग से लड़ने से जुड़ी सुविधाएं भी बढ़ायी गयीं।
पटेल ने आकड़ों के हवाले से कहा कि मार्च 2020 में जहां कोरोना टेस्टिंग क्षमता 300 थी, उसे बढ़ाकर 30 हजार से अधिक किया गया। टेस्टिंग लेब की संख्या 03 से बढ़ाकर 32 हो गयी है। अब वर्तमान में हमारे पास 03 लाख 50 हजार से ज्यादा पीपीई किट्स और लगभग 02 लाख 40 हजार से अधिक टेस्टिंग किट उपलब्ध हैं। इस दौरान अस्पताल प्रबंधन और स्वास्थ्य सुविधाओं पर ज्यादा ध्यान दिया गया।