भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना वायरस का पॉजिटिव सामने आया है। मरीज को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है। भोपाल शहर को 24 मार्च तक के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है। इसके बाद स्थिति को स्पष्ट करने के लिए कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने बयान जारी किया है। कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने बताया कि भोपाल में कोरोना वायरस से संक्रमित एक पॉजिटिव केस मिला है। लेकिन, इससे किसी को पैनिक होने (घबराने) की आवश्यकता नहीं है। मरीज के परिजनों को हाउस क्वारेंटाइन (घर के अंदर बंद करके इलाज) किया गया है। इलाके का सैनिटाइजेशन (साफ-सफाई) की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि भोपाल लौटी 26 वर्षीय लड़की लंदन में लॉ की पढ़ाई कर रही है। वह 17 मार्च की सुबह दिल्ली पहुंची थी। आईजीआई एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग के बाद डॉक्टर्स ने उसे फिट घोषित किया था। इससे बाद वह शताब्दी एक्सप्रेस में सवार होकर भोपाल आई थी। रविवार दोपहर को परिजनों ने कलेक्टर तरुण पिथौड़े से संपर्क कर कोरोना जांच की मांग की थी। इस पर जेपी अस्पताल के डॉक्टर्स की टीम ने घर पहुंचकर लड़की के थ्रोट के सुआब का नमूना लिया था, जिसे जांच के लिए भोपाल एम्स भेजा गया। अब उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। लड़की का परिवार सीहोर में रहता है। परिवार के कुछ लोग भोपाल में रहते हैं।
भोपाल में कोरोना का पहला मामला जिस कॉलोनी में मिला है वो बेहद पॉश इलाका है। इस इलाके में प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती सहित कई मंत्री, विधायक और अधिकारी रहते हैं। यहां से सीएम हाउस और राजभवन एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। युवती के परिवार के सभी सदस्यों को होम आइसोलेट किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम उन लोगों की लिस्ट भी बना रही है, जिनसे वो 17 मार्च से लेकर 22 मार्च तक मिल चुकी है। उससे मिलने सीहोर के कुछ लोग भी आए थे। बताया जा रहा है कि इस बीच युवती शहर के एक डॉक्टर से भी इलाज कराने गई थी। कोई फायदा नहीं मिलने के बाद परिजन उसे लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचे थे।