ग्वालियर । हर वार्ड में फोटोयुक्त मतदाता सूची से संबंधित आपत्तियां प्राप्त करने के लिये नियत स्थान पर प्राधिकृत अधिकारी बैठे हैं। राजनैतिक दलों के प्रतिनिधिगण अपने अभिकर्ता अथवा प्रतिनिधि के माध्यम से आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं। प्राधिकृत अधिकारियों द्वारा 8 जून तक दावे-आपत्तियां प्राप्त की जायेंगीं। यह जानकारी कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अशोक कुमार वर्मा ने स्टेंडिंग कमेटी की बैठक में मौजूद राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को दी।
उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वार्ड में जिस स्थान पर प्राधिकृत अधिकारी बैठकर दावे व आपत्तियां प्राप्त कर रहे हैं, उसका व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं। कलेक्टर ने इस मौके पर मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को फोटोयुक्त मतदाता सूचियों की प्रतियां भी सौंपीं। स्टेंडिंग कमेटी की बैठक नगरीय निकायों एवं त्रि-स्तरीय पंचायतों की मतदाता सूचियों के संबंध में बुलाई गई थी। शनिवार को यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में श्री वर्मा ने कहा कि नगरीय निकायों के साथ-साथ जिले की सभी ग्राम पंचायतो में भी प्राधिकृत अधिकारियों द्वारा मतदाता सूचियों के संबंध में दावा-आपत्ति प्राप्त करने का कार्य किया जा रहा है। प्राप्त दावे-आपत्तियों का निराकरण 15 जून तक किया जाना है। कलेक्टर ने कहा आम मतदाता भी मतदाता सूची देखकर आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं। निर्धारित फार्म भरकर मतदाता सूची में नए नाम जुड़वाए जा सकते हैं। साथ ही त्रुटि सुधार भी कराया जा सकता है। मालूम हो स्थानीय निकायों की मतदाता सूचियों के प्रारूप का प्रकाशन गत 30 मई को किया गया था।
कलेक्टर \अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशानुसार भी विधानसभा निर्वाचन के लिये मतदाता सूचियों को त्रुटि रहित बनाया जा रहा है। यदि राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के ध्यान में कोई त्रुटि हो तो बीएलओ अथवा संबंधित रजिस्ट्रीकरण व सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को जरूर बताएं, जिससे उसका सुधार किया जाए। उन्होंने 8 जून तक मतदान केन्द्रों के युक्ति-युक्तिकरण इत्यादि के संबंध में भी सुझाव देने के लिये कहा। उप जिला निर्वाचन अधिकारी स्थानीय निर्वाचन गणेश जायसवाल ने मतदाता सूचियों के सुधार के संबंध में उपयोगी जानकारी दी। बैठक में जिला पंचायत के उपाध्यक्ष शांतिशरण गौतम, डबरा नगर पालिका की अध्यक्ष श्रीमती आरती वर्मा तथा आनंद शर्मा, अरूण कुलश्रेष्ठ, हरिओम उपाध्याय व कुशवाह सहित मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के अन्य जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।