ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर संभाग के गुना जिले में पदस्थ टीआई सुरेंद्र सिंह यादव को भोपाल एडीजी उपेंद्र जैन ने अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी है। इन पर राजगढ जिले में पदस्थापना के दौरान शराब ठेकेदार को झूठे केस में फंसाने की धमकी देने का आरोप था। टीआई का ठेकेदार से रुपयों की बातचीत से संबंधित ऑडियो भी वायरल हुआ था। इन्हीं पर टीआई यादव की विभागीय जांच कराई गई, जिसमें आरोप सिद्ध पाए जाने पर एडीजी ने यह कार्रवाई की है।
टीआई सुरेंद्र सिंह यादव का राजगढ जिले से गुना में स्थानांतरण किया गया था। राजगढ के सारंगपुर थाना प्रभारी रहते हुए इनका एक ऑडियो वायरल हुआ। इसमें शराब ठेकेदार रामगोपाल शिवहरे को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर अनुचित लाभ कमाने के उद्देश्य से रुपयों की मांग करने संबंधी अनर्गल वार्तालाप करना था। इस मामले की शिकायत हुई, जिसके बाद विभागीय जांच सीहोर के पुलिस अधीक्षक एसएस चैहान ने की। इन्होंने जांच रिपोर्ट भोपाल एडीजी उपेंद्र जैन को दी। इस जांच में टीआई यादव पर लगे आरोप सही पाए गए। एडीजी ने जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करते हुए टीआई को अनिवार्य सेवानिवृत्ति के आदेश दिए।
राजगढ जिले से आने के बाद टीआई सुरेंद्र सिंह यादव को गुना में चांचैढा का थाना प्रभारी बनाया गया था। इसके कुछ समय बाद ही तत्कालीन पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढा ने इनको लाइन अटैच कर दिया। टीआई सुरेन्द्र यादव पर चांचैढा थाना क्षेत्र में जुआ खिलवाने का आरोप था। इसके बाद से ही इनकी किसी दूसरे थाने में पदस्थापना नहीं हो सकी थी।
गुना के पुलिस अधीक्षक तरुण नायक ने बताया कि टीआई सुरेंद्र सिंह यादव को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने से संबंधी आदेश हुआ है। यह किसी दूसरे जिले का मामला था, जिसकी विभागीय जांच में इन पर लगे आरोप सिद्घ पाए गए।