भोपाल। प्रदेश की राजधानी भोपाल में 31 जनवरी एवं एक फरवरी को स्किल डेव्लपमेंट समिट आयोजित की जाएगी। तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने आज यहाँ एक उच्च स्तरीय बैठक में समिट की तैयारियों की समीक्षा की।
स्किल डेव्लपमेंट समिट का आयोजन तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा सीआईआई और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के सहयोग से किया जा रहा है। समिट में आई.टी.आई. और पॉलीटेक्निक के विद्यार्थियों के साथ ही, उद्योगों, व्यावसायिक प्रशिक्षणदाता संस्थाओं, निर्माण, आई.टी., हास्पिटेलिटी, पर्यटन, आटोमोबाईल, हेल्थ केयर, बी.पी.ओ. के साथ ही मैन्यूफेक्चरिंग क्षेत्र के प्रमुख लोग शामिल होंगे। भारत सरकार के योजना आयोग, फिक्की और केन्द्रीय श्रम मंत्रालय की भी इस समिट में भागीदारी रहेगी।
स्किल डेव्हलपमेंट समिट का उद्देश्य यह है कि आई.टी.आई. और पॉलीटेक्निक के विद्यार्थियों को बेहतर रोजगार सुनिश्चित किया जा सके और विभिन्न क्षेत्रों में आवश्यक कौशल युक्त मानव संसाधन की मध्यप्रदेश से अधिकतम पूर्ति की जा सकें।
तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री शर्मा ने निर्देश दिये कि समिट में प्रदेश और राष्ट्र स्तर के व्यावसायिक प्रशिक्षणदाता संस्थाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि व्यावसायिक रूप से दक्ष और प्रतिष्ठित ऐसी संस्थाओं से कौशल प्रशिक्षण का समझौता किया जाए जो प्रशिक्षित विद्यार्थियों का शत् प्रतिशत प्लेसमेंट सुनिश्चित कर सकें।
मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने राज्य के संसाधनों से विकास खण्ड स्तर पर कौशल विकास केन्द्र स्थापित किये हैं। इन केन्द्रों पर प्रशिक्षित व्यक्तियों को रोजगार सुनिश्चित करने की परिकल्पना को साकार करने का ही प्रयास यह समिट है। प्रदेश में 113 कौशल विकास केन्द्र खोले गये हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शेष 200 विकास खण्ड में भी कौशल विकास केन्द्र खोलने की घोषणा की है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव तकनीकी शिक्षा श्रीमती अजीता वाजपेयी पाण्डे और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।