भोपाल। जीआरपी थाना पुलिस चौथे आरोपी की तलाश में भोपाल से होशंगाबाद तक छापे मार रही है, लेकिन उसको कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया है। इधर, जीआरपी ने फरार आरोपी का एक स्कैच बनाकर जीआरपी थानों में भिजवा दिया है। वहीं रेल आईजी घटना के बाद अचानक छुट्टी पर चले गए हैं।

शक्ति गैंगरेप मामले में चार दिन बीतने के बाद पुलिस तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन चौथा आरोपी पुलिस के हाथ नहीं आ पा रहा है। जीआरपी थाने की छह टीमें उसकी तलाश में होशंगाबाद और नरसिंहपुर पहुंच गई हैं। लेकिन पुलिस को अभी तक विशेष सफलता नहीं मिल सकी है।

होशंगाबाद के बाद नरसिंहपुर पहुंची जीआरपी

जीआरपी थाना पुलिस शुक्रवार देर रात को होशंगाबाद पहुंच गई थी। जहां पर रेलवे स्टेशन के पास फुटपाथ पर उसके होने की पुलिस को जानकारी मिली थी। पूरी रात उसकी तलाश करने के बाद पुलिस को सिर्फ इतनी जानकारी मिली कि वह होशंगाबाद आया था, लेकिन वहां से गायब हो गया। पुलिस को शनिवार को उसके नरसिंहपुर पहुंचने की सूचना भी मिली जहां उसकी एक बहन रहती है, नरसिंहपुर में जीआरपी उसकी तलाश कर रही है। इधर भोपाल में वह उसका कोई स्थाई ठिकाना न होने के कारण उसका सुराग नहीं मिला है।

स्कैच बनवाया , लेकिन नहीं कराया उपलब्ध

जीआरपी ने चौथे आरोपी राजू का स्कैच बनवाया गया है। जिसको जीआरपी थानों में भेजा गया है। जहां रेलवे स्टेशन के आसपास उसकी तलाश की जा रही है। यह स्कैच प्रदेशभर में सभी स्थानों पर भिजवाया गया है। लेकिन इसे सार्वजनिक नहीं किया गया है।

7 नवबंर तक रिमांड पर मुख्य आरोपी गोलू

जीआरपी ने शनिवार को दोपहर तीन बजे गैंगरेप के मुख्य आरोपी गोलू को कोर्ट में पेश किया और उसकी रिमांड मांगी कोर्ट ने उसकी रिमांड तीन दिन के लिए और बढ़ा दी है अब वह 7 नवबंर तक रिमांड पर रहेगा।

जीआरपी का मुखबिर भी है गोलू

जीआरपी थाना पुलिस की लापरवाही रुकने का नाम नहीं ले रही है। 72 घंटे के बाद पुलिस ने गोलू उर्फ बिहारी का एक और आपराधिक केस ढूंढ निकाला है। वह जीआरपी में 377 का भी आरोपी है। बताया जाता है गोलू जीआरपी थाने में ही अक्सर घूमता रहता था। उसको स्टाफ वाले अच्छी तरह से जानते थे। समय- समय वह जीआरपी के लिए मुखबिरी भी करता आ रहा था।

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